बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए सीएम नीतीश कुमार का इस्तीफा मांग लिया था. उन्होंने कहा था कि सीएम साहब का स्वास्थय अब ठीक नहीं रहता उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए. सीएम के लिए तेजस्वी की ऐसी बातें सुनकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भड़क गए. बुधवार को पटना पहुंचे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव को उनकी सरकार के कार्यकाल के काले कारनामों की याद दिलाते हुए उन्हें खुली चुनौती दी.
लालू-राबड़ी राज में क्या होता था किसी से छिपा नहीं है : नित्यानंद राय
नित्यानंद राय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगने की बात कही और यह आरोप लगाया कि बिहार में कोई विकास नहीं हो रहा है. मैं उनसे पूछता हूं कि जब उनके माता-पिता मुख्यमंत्री थे, तब बिहार का क्या हाल था? तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि उस समय बिहार में क्या हो रहा था. क्या वह भूल गए हैं कि उनके शासनकाल में बिहार गुंडाराज, अपहरण, डकैती और महिलाओं के खिलाफ अपराधों का शिकार हुआ था?

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एक जोड़ा बैल के लिए हुआ था किसान का अपहरण
नित्यानंद राय ने राजद के 15 वर्षों के शासन को ‘जंगलराज’ करार देते हुए कहा कि उनके शासन में अपराधियों को संरक्षण मिलता था. महिलाओं, व्यापारियों, किसानों, डॉक्टरों और छोटे दुकानदारों तक का अपहरण किया जाता था. इस दौरान एक किसान का अपहरण हुआ और उस किसान से एक जोड़ा बैल तक मांग लिया गया. क्या यह सब राजद के शासनकाल में नहीं हुआ? उन्होंने कहा, “मैं बगहा थाने की घटना से परिचित हूं, जहां एक किसान का अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ता को राजद से जुड़ा हुआ नेता संरक्षण दे रहा था. क्या आप यह नहीं मानते कि इस तरह के अपराधों ने बिहार के लोगों को भय के साये में जीने को मजबूर किया?”
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