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कैंपस : अब प्रतिदिन तीन निजी स्कूलों का भी निरीक्षण करेंगे कर्मी

सरकारी स्कूलों की तरह अब निजी स्कूलों का भी प्रतिदिन निरीक्षण किया जायेगा. निरीक्षण कर्मियों को एक दिन में कम से कम 10 स्कूलों का निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को सौंपनी है.

संवाददाता, पटना

सरकारी स्कूलों की तरह अब निजी स्कूलों का भी प्रतिदिन निरीक्षण किया जायेगा. निरीक्षण कर्मियों को एक दिन में कम से कम 10 स्कूलों का निरीक्षण कर उसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को सौंपनी है. निरीक्षण कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि प्रतिदिन कम से कम सात सरकारी स्कूल और तीन निजी स्कूलों का निरीक्षण करें. जिले में कक्षा एक से आठवीं में करीब 3500 स्कूल संचालित किये जा रहे हैं. मगर इनमें से मात्र 856 स्कूलों ने इ-संबंधन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है. जिन निजी स्कूलों ने इ-संबंधन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं कराया या फिर यूृ-डायस कोड जेनरेट नहीं कराया है, वैसे स्कूल प्रबंधकों पर जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से कार्रवाई की जायेगी. निजी स्कूलों में निरीक्षण के दौरान किन-किन मानकों की जांच करनी है, इसका भी फॉर्मेट जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से तैयार कर लिया गया है. फॉर्मेट में कुल 15 कॉलम हैं, जिन्हें भर कर उसकी रिपोर्ट प्रतिदिन निरीक्षण कर्मियों को सौंपनी होगी. फॉर्मेट में स्कूल में आरटीइ के तहत एडमिशन लेने वाले बच्चों की डिटेल, यू-डायस कोड, इ-संबंधन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन, कुल शिक्षक और कर्मियों की संख्या, स्कूल की ओर से संचालित किये जाने वाले वाहनों का रजिस्ट्रेशन, वाहन मानक, ड्राइवरों की संख्या और प्रमाणपत्र, ग्राउंड स्पेस आदि की रिपोर्ट निरीक्षण कर्मियों को देनी होगी.

हैंडीकैप विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधा पर भी निरीक्षण कर्मियों की होगी नजर

निजी स्कूलों में पढ़ने आने वाले हैंडीकैप विद्यार्थियों के लिए रैंप, रेलिंग और व्हीलचेयर की व्यवस्था स्कूल में है या नहीं इस पर भी निरीक्षण कर्मियों की नजर रहेगी. इसके साथ ही बस या वैन में विद्यार्थियों के सुरक्षा मानकों की भी जांच निरीक्षण कर्मी करेंगे. बस में फर्स्ट एड बॉक्स, बस की खिड़की में रॉड लगे हैं या नहीं, इसके लिए फॉर्मेट में ट्रांस्पोर्टेशन का अलग से कॉलम दिया गया है. इसके अलावा छात्राओं के लिए गर्ल्स कॉमन रूम में लगे बेड और बेडशीट की भी बारीकी से जांच की जायेगी कि कितने दिनों पर बेडशीट को बदला जाता है. आपात स्थिति में बच्चों को फर्स्ट एड देने के लिये मेडिसिन की क्या व्यवस्था है, इसका भी निरीक्षण किया जायेगा.

कोट : रिपोर्ट प्रतिदिन भेजने का निर्देश

सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अपने प्रखंड के निजी स्कूलों की समीक्षा रिपोर्ट प्रतिदिन भेंजे. इसके साथ ही निजी स्कूलों की संबद्धता और विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं की भी बारीकी से जांच करने का निर्देश दिया गया है. फिलहाल एक निरीक्षण कर्मी को सात सरकारी और तीन निजी स्कूलों का निरीक्षण करने लक्ष्य दिया गया है.

संजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारीB

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