संवाददाता, पटना पीएमसीएच के इमरजेंसी विभाग में ब्रेन हेमरेज के मरीज श्यामसुंदर (65 वर्ष) जिनकी हालत बहुत नाजुक थी, परिजन उनको पीएमसीएच में देर रात करीब 2:30 बजे इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुंचे. लेकिन मरीज को ट्रॉली नहीं मिलने की वजह से 30 मिनट तक एंबुलेंस में ही रहना पड़ा. बाद में परिजन किसी तरह से ट्रॉली लेकर आये, तो मरीज को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. पीएमसीएच में आये दिन मरीजों को ट्रॉली के अभाव में घंटों एंबुलेंस में इंतजार करना पड़ता है. ट्रॉली की कमी होने से मरीजों की काफी फजीहत होती है. वहीं अस्पताल सूत्रों की मानें, तो इमरजेंसी वार्ड में 52 ट्रॉली की सुविधा मरीजों को दी जानी है. लेकिन वर्तमान में सिर्फ 23 ट्रॉली ही मिल रही हैं. ट्रॉली, स्ट्रेचर के लिए होता है हंगामा, अवैध वसूली भी : पीएमसीएच के इमरजेंसी वार्ड में स्ट्रेचर के अभाव के चलते खासकर घायल व गंभीर मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे मरीजों के साथ अस्पताल के कर्मियों के साथ हमेशा बकझक भी हो जाती है. पिछले करीब छह माह से ट्रॉली का इमरजेंसी वार्ड में अभाव है. पहले जो ट्रॉली इमरजेंसी वार्ड में थे, वह काफी जर्जर हो चुके हैं और लगभग टूट चुके हैं. अस्पताल के वार्ड से सीटी स्कैन और एक्स-रे के लिए मरीजों को ले जाने और लाने में काफी परेशानी होती है. इतना ही नहीं सूत्र बताते हैं कि ट्रॉली देने के नाम पर ट्रॉली मैन कर्मियों की ओर से अवैध वसूली भी होती है. वहीं पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर ने कहना है कि नयी बिल्डिंग में काफी संख्या में ट्रॉली की खरीद बीएमआइसीएल की ओर से की गयी है, जिसकी कमी जल्द खत्म हो जायेगी.
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