किशनगंज टी प्रोसेसिंग व पैकेजिंग फैक्ट्री अब चाय पत्ती तोड़ने वाली महिलाएं चलायेंगी
– सरकार ने निजी कंपनी से यूनिट को बिहार राज्य ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति को ट्रांसफर किया
संवाददाता, पटना
किशनगंज के पोठिया में स्थित टी प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग यूनिट बिहार राज्य ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति को ट्रांसफर कर दी गयी है. वर्ष 2002 में स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना के तहत इसकी स्थापना की गयी थी. वर्ष 2015 में इसमें मशीनें लगायी गयीं. सक्षम फेडरेशन नहीं होने के कारण अस्थायी व्यवस्था के तहत 2015 में दस वर्षों के लिए इसे सिलीगुड़ी की संचेती टी कंपनी को सौंपा गया था. इस 28 अप्रैल को संचेती टी कंपनी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इसे देखते हुए अब नये सिरे से बिहार राज्य ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति को फैक्ट्री सौंप दी गयी है. इस समिति के तहत प्रोड्यूसर कंपनी गठित की गयी है. स्थानीय चाय उत्पादक पत्ती तोड़ने वाली महिलाओं को इसका अंशधारक बनाया गया है. इससे अब स्थानीय स्तर पर चाय व्यवसाय से जुड़े किसानों को सीधा लाभ होगा. किशनगंज डीएम ने समिति को देने का किया था अनुरोध किशनगंज के डीएम ने इस साल 28 जनवरी को इस यूनिट को बिहार राज्य ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति को हस्तांतरित करने का अनुरोध किया था. सिर्फ प्लांट और मशीनों को समिति को दिया गया है. इस प्लांट की 10.60 एकड़ भूमि पर ग्रामीण विकास विभाग का ही स्वामित्व रहेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है