संवाददाता, पटना पटना के ज्ञान भवन में शनिवार को आयोजित दो दिवसीय मखाना महोत्सव में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बिहार की धरती अद्भत है. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भारत सरकार राष्ट्रीय मखाना बोर्ड की स्थापना कर चुकी है. बोर्ड के कार्यकलाप का निर्धारण बिहार के किसानों के सुझाव से होगा. बोर्ड तकनीकी संस्थानों के माध्यम से सुगम यांत्रिकीकरण को बढ़ावा देगा. मखाना बीज उत्पादन, नये तालाब में मखाना की खेती, कृषक उत्पादक संगठन द्वारा सामूहिक मार्केटिंग, प्रसंस्करण आदि के लिए भारत सरकार कृषकों को अधिक-से-अधिक सहायता देगी. राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय थाली में मखाना को सम्मान दिलाने का काम करेंगे. मखाना के लिए सेेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना होगी. इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. कार्यक्रम को मंत्री हरि सहनी, किसान आयोग के अध्यक्ष रूप नारायण मेहता ने भी संबोधित किया. मौके पर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि के कुलपति डॉ पीएस पांडेय, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीआर सिंह, बागवानी आयुक्त डॉ प्रभात कुमार, एपीडा सचिव डॉ सुधांशु, उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार मौजूद थे. उपमुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि मखाना बोर्ड के गठन से किसानों को लाभ मिलेगा. गुणवत्तापूर्ण वैश्विक स्तर का मखाना राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंच सकेगा. कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा कि मखाना मिथिलांचल और कोसी क्षेत्र की जीवनरेखा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

