पटना. बिहार विधानसभा चुनाव की आरंभिक तैयारियों को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीइओ) ने विधि-व्यवस्था को लेकर सरकार से कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का अनुरोध किया है. सीइओ ने सरकार से अनुरोध किया है कि निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर अभी से ही कंफीडेंश बिल्डिंग मेजर को लेकर पहल करने की आवश्यकता है. उन्होंने इसको लेकर राज्य में दैनिक छापेमारी, वारंटों का तामिला, हिस्ट्रीशीटर के विरुद्ध कार्रवाई, सीसीए पर अमल करना, लाइसेंसी हथियारों का सत्यापन, दुर्गम और नक्सल क्षेत्रों में स्थापित बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था और रूट लाइनिंग की पूर्व व्यवस्था की अनुशंसा की है. इतना ही नहीं पूर्व से ही अभ्यर्थियों के सुरक्षा को लेकर तैयारी करने को कहा गया है.
सैप जवानों की होगी पहले तैनाती
विधानसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लगातार प्रशिक्षण और संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. इसी दिशा में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने विधि-व्यवस्था को लेकर गृह विभाग से समय पर आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. आयोग की ओर से इसको लेकर राज्य में डीजीपी और राज्य नोडल पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी है. इसके अलावा मतदान कार्य संपन्न कराने के लिए सैप जवानों की तैनाती को लेकर भी पूर्व तैयारी का अनुरोध किया गया है.
पांच साल पहले 2020 के विधानसभा चुनाव में राज्य में 1200 कंपनी सैप जवानों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. लोकसभा चुनाव 2024 के मौके पर भी राज्य में 2106 स्थलों को सैप कैंप के रूप में चिह्नित किया गया था. इसी को ध्यान में रखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सैप जवानों के रहने का स्थान चिह्नित करने का काम भी पहले से कर लिया जाना चाहिए. आयोग ने कहा है कि सैप जवानों को रहने का स्थान काे चिह्नित कर वहां सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाये. यह काम जुलाई तक पूरा करने का लक्ष्य भी दिया गया है. इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया जाये, जिससे सैप के लिए निर्धारित एसओपी के तहत सुविधाएं उपलब्ध हो जाये.
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