प्रतिनिधि, पटना सिटी: एक पिता ने ढाई वर्ष की बेटी को घर से अगवा कर उसे 50 हजार रुपये में बेच दिया. बच्ची के गायब होने से परेशान पत्नी कौशल्या देवी ने जब खोजबीन के बाद भी पता नहीं चला, तो मालसलामी थाने में शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद हरकत में आयी मालसलामी थाना पुलिस ने टीम बना कर 12 घंटे के अंदर बच्ची को सारण जिले के मांझी से सकुशल बरामद कर लिया. डीएसपी द्वितीय डॉ गौरव कुमार ने बताया कि इस मामले में बच्ची के पिता, निजी अस्पताल की नर्स और खरीदार दंपती को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ की जा रही है. इससे बड़े रैकेट के खुलासा होने की संभावना है.
पति व नर्स के खिलाफ दर्ज हुई थी प्राथमिकी
डीएसपी डॉ गौरव कुमार ने बताया कि मालसलामी थाने के भैंसानी टोला निवासी कौशल्या देवी ने बेटी के लापता होने के बाद अगवा कर बेचने की आशंका जताते हुए रविवार को शिकायत दर्ज करायी थी. इसमें पति सोनू यादव और नर्स रूपा देवी को आरोपित किया था. शिकायत दर्ज होते ही एसएसपी व सिटी एसपी के निर्देश पर थानाध्यक्ष सुनील कुमार के नेतृत्व में टीम बनायी गयी. टीम ने तकनीकी आम सूचना के आधार पर जब पिता सोनू यादव को पकड़ कर पूछताछ की, तो वह पुलिस को काफी देर तक बरगलाता रहा. लेकिन, पुलिस ने जब सख्ती बरती, तो वह टूट गया और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सारण जिले के अमनौर थाने के रसूलपुर देहरी गांव निवासी धनंजय तिवारी की पत्नी व नर्स रूपा देवी को गिरफ्तार किया. रूपा दानापुर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में नर्स है.
नर्स की निशानदेही पर खरीदार के घर पहुंची पुलिस
डीएसपी ने बताया कि पुलिस ने नर्स रूपा देवी से पूछताछ की, तो वह अलग कहानी बताने लगी. दोनों से अलग-अलग सख्ती से पूछताछ के बाद नर्स की निशानदेही पर सारण जिले के मांझी के वार्ड संख्या-10 स्थित सुगघर से दंपती पंकज कुमार और उसकी पत्नी पूजा देवी को गिरफ्तार किया गया और उनके घर से ही पुलिस ने अगवा बच्ची को सकुशल बरामद किया. छापेमारी दल ने दो फोन भी जब्त किये हैं.
रैकेट में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी
डीएसपी ने बताया कि इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में कुछ बातें सामने आयी हैं. डीएसपी ने बताया कि मामले की गुत्थी सुलझाने में शामिल टीम को पुरस्कृत करने की अनुशंसा की गयी है.
रुपये की जरूरत के लिए बेचा था बेटी को
मालसलामी थानाध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि पूछताछ में बेटी को बेचने के आरोपित पिता सोनू यादव ने बताया कि उसे रुपये की जरूरत थी. इसी कारण से बच्ची को बेच दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है