संवादददाता,पटना राजद प्रदेश अध्यक्ष मंगनीलाल मंडल बुधवार की दोपहर जैसे ही पार्टी कार्यालय पहुंचे, उनकी टेबल पर बायोडाटा सौंपने वालों की कतार लग गयी. स्थिति यह है कि पिछले एक माह में बायोडाटा सौंपने वालों की संख्या 2500 से अधिक हो गयी है. यह बायोडाटा पोलो रोड स्थित तेजस्वी यादव के कार्यालय में विमर्श के लिए पहुंचाये जा रहे हैं. संगठन की एक टीम इन बायोडाटा का बाकायदा अध्ययन कर रही है. सौंपे जा रहे इन बायोडाटाओं के संदर्भ में खास बात ये है कि सौंपने वालों में 90 फीसदी राजद के पुराने कार्यकर्ता हैं. 10 फीसदी पेशेवर्स लोग हैं. इनमें अधिकतर संख्या शिक्षक/व्याख्याताओं की दिख रही है. टिकट की चाह में बायोडाटा सौंपने वालों में महिलाओं की संख्या 15-20 फीसदी बतायी जा रही है. संगठन के हिसाब से देखा जाये तो पार्टी की मजबूती का प्रमाण है. प्रत्याशी बनने की चाह में लोगों ने बायोडाटा को बड़े करीने से तैयार कराया है. इनमें पूरे राजनीतिक जीवन और अपने वर्तमान कैरियर की पूरी जानकारी दर्ज कर रखी है. इसमें एक-एक बात स्पष्ट है. बता दें कि राजद ने चुनाव के समय टिकट की चाह रखने वाले कार्यकर्ताओं से बायोडाटा हासिल करने का सिस्टम बनाया है. बायोडाटा हासिल करने का काम प्रदेश पदाधिकारी भी करते हैं. इस पूरे मामले में सबसे खास है कि बायोडाटा सौंपने वालों में सबसे अधिक पार्टी के पुराने कार्यकर्ता आ रहे हैं. खास दृश्य तब देखा जाता है जब वह बड़े अनुशासित ढंग से बताता है कि वह पंद्रह -20 साल से राजद के लिए काम कर रहा है. कई बताते हैं कि आज 40 साल से मैं लालू प्रसाद से जुड़ा हुआ हूं. मुझे एक मौका तो मिले. मैंने आज तक पार्टी नहीं बदली है. उनके आग्रह में प्रयुक्त शब्दों में गंभीरता होती है. पार्टी के प्रति निष्ठा होती है. बायोडाटा सौंपने वालों में शाॅर्ट कट में टिकट चाहने वालों की संख्या बहुत कम देखी गयी है. टिकट की चाह में महिलाएं भी खूब आ रही हैं. हालांकि, उनकी पृष्ठभूमि में उनके पति या पिता होते हैं, जो पार्टी से जुड़े होते हैं.
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