प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने गुरुवार को पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं में मंदिरी नाला पुनर्निर्माण व बांसघाट शवदाह गृह निर्माण का निरीक्षण किया. उन्होेंने पटना स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक्शन प्लान तैयार कर इन दोनों परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर पूरा किया जाये. आयुक्त ने कहा कि ये परियोजनाएं पटना के लिए अत्यंत उपयोगी हैं. इनके पूर्ण होने से नागरिकों को बेहतरीन सफाई, जल निकासी और सुविधाजनक बुनियादी ढांचा उपलब्ध होगा. निरीक्षण के दौरान उनके साथ नगर आयुक्त व पटना स्मार्ट सिटी के एमडी यशपाल मीणा सहित अन्य वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित रहे.
मंदिरी नाला से जल निकासी व आवागमन होगा सुगम
पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा मंदिरी नाले का पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य राजधानी की जल निकासी को बेहतर व आसपास के क्षेत्रों में आवागमन सुगम करना है. वहीं, आगामी छठ महापर्व को देखते हुए निर्देश दिया कि साफ-सफाई, जल निकासी और प्रकाश व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाये. वहीं, शवदाह गृह के निर्माण कार्य की भी प्रगति का जायजा लेते हुए काम को जल्द पूरा करने के साथ पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था करने का आदेश दिया.
मंदिरी नाला की मुख्य विशेषताएं– नाले के ऊपर बॉक्स ड्रेन संरचना के साथ टू लेन सड़क संपर्क पथ का निर्माण प्रस्तावित.
– नाले के बेहतर रखरखाव के लिए 2 रैंप और 3 डिसिल्टिंग चैंबर बनाये जायेंगे.– जल निकासी नियंत्रण के लिए चार स्लूइस गेट की व्यवस्था होगी.
– सड़क सौंदर्यीकरण के तहत यूटिलिटी डक्ट और स्ट्रीट लाइट का कार्य भी किया जायेगा.बांसघाट शवदाह गृह की प्रमुख व्यवस्था
– यह परियोजना पटना स्मार्ट सिटी के तहत 5 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही है.
– शवदाह गृह आधुनिक एवं पर्यावरण अनुकूल प्रणाली से युक्त होगा.– इसमें विद्युत शवदाह प्रणाली के साथ-साथ पारंपरिक दाह संस्कार की भी व्यवस्था होगी.
– परिसर में प्रतीक्षालय, चेंजिंग रूम, प्रार्थना स्थल, पेयजल, शौचालय और हरित क्षेत्र का निर्माण किया जा रहा है.– परिसर में गंगा जल से भरे दो सुंदर तालाब भी बनाए जा रहे हैं, जहां लोग स्नान व अन्य धार्मिक गतिविधियां कर सकेंगे.
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