पटना: चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू) के नवाचार, इनक्यूबेशन एवं विधिक उद्यमिता केंद्र और स्टार्टअप सेल की ओर से रविवार को ‘कैटालिस्ट 2.0: स्टार्टअप लॉ एंड पॉलिसी समिट 2025’ का आयोजन किया गया. इस शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य स्टार्टअप, तकनीक और मर्जर एवं एक्विजिशन के क्षेत्र में उद्योग और अकादमिक जगत के बीच संवाद स्थापित करना था. कार्यक्रम में देशभर से कुल 50 शोध-पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से श्रेष्ठ छह शोध-पत्र निर्णायक मंडल के समक्ष प्रस्तुत किये गये. निर्णायक मंडल में देश की शीर्ष विधि फर्मों और कॉर्पोरेट जगत से डॉ देबोरशी बरात, वरुण वैष, रंजना अधिकारी, समीर अवसराला और ज्योत्स्ना यशस्वी शामिल थे. शोध-पत्रों ने डेटा-आधारित मूल्यांकन, रक्षा स्टार्टअप्स, डिजिटल अर्थव्यवस्था में मर्जर नियंत्रण, क्रॉस-बॉर्डर जैसी अहम चुनौतियों पर प्रकाश डाला. इसके साथ कंपीटीशन का भी आयोजन किया गया, जिसमें 25 प्रतिभागियों ने अपने स्टार्टअप आइडिया प्रस्तुत किये. सर्वश्रेष्ठ विचार को बिहार स्टार्टअप नीति 2022–27 के अंतर्गत 10 लाख रुपये की सीड फंडिंग हेतु अनुशंसा की जायेगी. समापन सत्र में बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा, सीएनएलयू के कुलपति प्रो फैजान मुस्तफा (वीडियो संदेश द्वारा), रजिस्ट्रार प्रो एसपी सिंह, डॉ मोहम्मद सफिउल्लाह समेत कई प्राध्यापक और विशेषज्ञ मौजूद रहे. मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि बिहार की स्टार्टअप यात्रा तेजी से आगे बढ़ रही है. बिहार आइडिया फेस्टिवल के लिए 10 हजार पंजीकरण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक 25,000 से अधिक पंजीकरण हुए हैं. कार्यक्रम में छात्रों, उद्यमियों, नीति-निर्माताओं और सरकारी अधिकारियों के साथ अन्य लोग मौजूद थे. अंत में डॉ कीर्ति और डॉ सादफ फहीम ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.
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