पटना. नौबतपुर के शेखुपरा गांव में तीन घंटे की मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कुख्यात भरत सिंह उर्फ चंद्रशेखर, रोहित कुमार, शेखपुरा के ही सूरज कुमार और हरनौत के शिवम कुमार को जेल भेज दिया गया. रविवार को वह किसी बड़ी घटना को भी अंजाम दे सकता था. इसी बीच नौबतपुर पुलिस को उसके शेखपुरा गांव में छिपे होने की जानकारी मिली और पुलिस छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया. कुख्यात भरत सिंह पटना जिले के टॉप-10 अपराधियों में से एक है. उसके खिलाफ दो लाख रुपये का इनाम घोषित था. पटना पुलिस तीन लाख रुपये का इनाम घोषित कराने की योजना बना रही थी. वह लंबे समय से फरार चल रहा था.
सूत्रों की मानें, तो वह नौबतपुर के एक व्यवसायी से रंगदारी वसूलने के लिए अपने गांव शेखपुरा में जुटा था. चार मार्च, 2024 को शेखपुरा गांव में एक शादी थी. उसी शादी समारोह में जेनेंद्र कुमार अपने भाई विपेंद्र के साथ गये हुए थे. लौटने के दौरान जेनेंद्र के घर के पास ही भरत ने अपने पिता रंगदार सिंह और अन्य अपराधियों के साथ दोनों भाइयों को घेर कर गोली मार दी थी.घटना में जेनेंद्र सिंह की मौके पर मौत हो गयी, जबकि इलाज के दौरान उनके भाई की मौत हो गयी. इस दोहरे हत्याकांड में ही पुलिस भरत को तलाश रही थी. भरत के खिलाफ पटना और आरा में हत्या, रंगदारी, लूट सहित कुल 13 मामले दर्ज हैं.स
रेंडर करने को कहा, तो कारबाइन और पिस्टल से कर दी फायरिंग
शेखपुरा बघार में भरत के अपने साथियों के साथ छिपे होने की सूचना पर नौबतपुर पुलिस ने वहां पहुंच कर घेराबंदी की. पुलिस ने जब भरत को सरेंडर करने को कहा, तो वह कारबाइन और पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा. इसके बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभाला.वायरलेस पर मुठभेड़ का मैसेज फ्लैश होते ही करीब पांच थानों की पुलिस मौके पर पहु्ंची. कुख्यातों के ठिकाने से पुलिस एक कारबाइन, तीन देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, 30 जिंदा कारतूस, पांच खोखे, पांच मैगजीन, चार राउटर, छह मोबाइल फोन और पांच चार्जर जब्त किये हैं.
सिटी एसपी पश्चिमी शरत आरएस ने कहा कि भरत शर्मा के खिलाफ तीन लाख के इनाम का प्रस्ताव भेजने की तैयारी चल रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है