12.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

बालू के कारोबार में ठेकेदारों के वारे-न्यारे

राज्य में करीब 1250 रुपये की लागत के बालू की कीमत घाटों के भंडारण स्थल पर करीब तीन गुना है.

घाटों पर 1250 रुपये का बालू 35 किमी सफर तय कर बाजार आते-आते हो जाता है आठ हजार का कृष्ण कुमार, पटना राज्य में करीब 1250 रुपये की लागत के बालू की कीमत घाटों के भंडारण स्थल पर करीब तीन गुना है. वहां से बालू निकलने पर इससे जुड़े खुदरा बिक्रेताओं को भी अच्छा-खासा लाभ हो रहा है. कोइलवर से पटना करीब 35 किमी आने पर यही बालू करीब आठ हजार रुपये में आम लोगों को मिलता है. राज्य में बालू के वैध और अवैध कारोबार के पीछे इसकी मांग और इसमें होने वाला मुनाफा मुख्य कारण है. हालत यह है कि वैध तरीके से इसकी लागत का कम से कम दो से तीन गुना मुनाफा बंदोबस्तधारी कमा रहे हैं. हालांकि, सरकार को भी वैध कारोबार की रॉयल्टी मिल जाती है. इन सबके बीच निर्माण कार्य करवाने वाले लोग बालू की प्रतिदिन बढ़ती कीमत से परेशान रहते हैं. वहीं बालू घाटों पर काम करने वाले मजदूरों के हालात और भी खराब है. सूत्रों के अनुसार सोन, चानन, मोरहर, किऊल और फल्गु नदियों से निकलने वाले लाल बालू की रॉयल्टी दर 150 रुपये प्रति घन मीटर है. वहीं अन्य नदियों से निकलने वाले बालू की रॉयल्टी दर 75 रुपये प्रति घन मीटर है. ठेकेदारों को इसके अलावा बिक्री के लिए भंडारण स्थल तक बालू लाने में करीब दोगुना खर्च करना पड़ता है. ऐसे में यदि लाल बालू की बात करें, तो इसकी लागत करीब 450 रुपये प्रति घनमीटर हो जाती है. यह बालू ठेकेदार घनमीटर में नहीं, बल्कि सीएफटी में बिक्री करते हैं. यानी एक घनमीटर में करीब 35.31 सीएफटी बालू होता है. इस तरह एक ट्रैक्टर में बालू भरने यानी करीब 100 सीएफटी के लिए तीन घन मीटर बालू की जरूरत होती है. इसकी लागत बालू घाट के भंडारण स्थल पर करीब 1350 रुपये होती है. यदि सोन नदी के बालू घाटों की बात करें, तो वहां से पटना लाकर फिलहाल इस बालू की बिक्री एक प्रति ट्रैक्टर करीब आठ हजार रुपये में हो रही है. वैध खनन से बड़ा है अवैध खनन का दायरा राज्य में बालू खनन के वैध काराेबार की तुलना में अवैध कारोबार का दायरा अब भी बड़ा है. अवैध कारोबारियों की रुचि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस वित्तीय वर्ष के शुरुआती चार महीने में ही अवैध खनन के खिलाफ 6095 छापेमारी की गयी. 3462 वाहनों की जब्ती, 832 प्राथमिकी दर्ज हुई. 375 गिरफ्तारी और दंड के रूप में 43.44 करोड़ की राशि वसूली गयी. 2022-23 में बालू के अवैध कारोबार में 4435 एफआइआर दर्ज की गयी. 2439 लोगों की गिरफ्तारी हुई और बीस हजार से ज्यादा वाहन भी जब्त किये गये थे. ऐसे में अवैध कारोबार बढ़ रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar News Desk
Prabhat Khabar News Desk
यह प्रभात खबर का न्यूज डेस्क है। इसमें बिहार-झारखंड-ओडिशा-दिल्‍ली समेत प्रभात खबर के विशाल ग्राउंड नेटवर्क के रिपोर्ट्स के जरिए भेजी खबरों का प्रकाशन होता है।

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel