संवाददाता, पटना ठंड के बावजूद पटना जिले में डेंगू के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. अब तो डेंगू का रूप भी बदलना शुरू हो गया है. शहर के आइजीआइएमएस की ताजा सीरोटाइप रिपोर्ट में कई सैंपलों में एक साथ दो-दो स्ट्रेन मिलने के मामले सामने आये हैं, जिससे वायरस के म्यूटेशन की संभावना बढ़ गयी है. डेनवी 1, 2, 3 और 4 के मिश्रित संक्रमण पहली बार बड़े पैमाने पर देखे जा रहे हैं. आरएमआरआइ और आइजीआइएमएस के विशेषज्ञ इसे डेंगू के बदलते पैटर्न का संकेत मान रहे हैं. आइजीआइएमएस के अस्पताल अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि अस्पताल में पिछले दो माह के दौरान डेंगू मरीजों के 70 सैंपलों की रिपोर्ट में जो पैटर्न मिले हैं, वह हमारे लिए नया और चिंताजनक है. सबसे ज्यादा डेनवी -3 मिला, लेकिन पहली बार हमने इतने बड़े स्तर पर मिश्रित संक्रमण-जैसे डेनवी 1 3, डेनवी 2 3 और डेनवी 1 4 देखे हैं. सामान्यतः किसी मरीज में एक ही स्ट्रेन पाया जाता है, लेकिन इस सीजन में कई मरीजों के शरीर में दो-दो स्ट्रेन एक साथ सक्रिय मिले हैं. उन्होंने बताया कि मिश्रित स्ट्रेन मिलने की संभावनाएं दो कारणों से बढ़ सकती हैं. वायरस का लगातार सर्कुलेशन और को-इंफेक्शन, यानी किसी मरीज को दो अलग-अलग संक्रमित मच्छरों ने काटा हो या फिर वायरस का जेनेटिक पुनर्संयोजन (म्यूटेशन) की संभावना हो. इसमें शरीर के अंदर दो स्ट्रेन आपस में इंटरैक्ट करते हुए नया सब-वैरिएंट उत्पन्न कर सकते हैं. डॉ मंडल के अनुसार, मिश्रित स्ट्रेन वाले मरीजों में बुखार की तीव्रता, प्लेटलेट गिरावट और रिकवरी का पैटर्न सामान्य स्ट्रेन वाले मरीजों से थोड़ा अलग देखा गया है.
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