Gyanesh Kumar: IAS अधिकारी ज्ञानेश कुमार को मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) नियुक्त किए जाने के बाद राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है. विपक्षी नेता जहां इस नियुक्ति को गलत मानते हैं, वहीं बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे BJP के पक्ष में एक गहरी साजिश बताया. तेजस्वी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए और उसे “कैंसर” तक कह दिया.
तेजस्वी ने चुनाव आयोग को भाजपा का ‘चीयर लीडर’ कहा
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की भूमिका पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष होना चाहिए, लेकिन अब वह भाजपा का ‘चीयर लीडर’ बन गया है.” उन्होंने यह भी दावा किया कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान EVM से छेड़छाड़ की गई थी.
राहुल गांधी ने भी उठाए सवाल
राहुल गांधी ने इस नियुक्ति के खिलाफ आवाज उठाई, यह कहते हुए कि सरकार ने चुनाव आयुक्त के लिए पांच नाम भेजे थे, जिन्हें उन्होंने खारिज कर दिया क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित था. राहुल ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि चुनाव आयोग का स्वतंत्र होना जरूरी है, और इसमें कार्यपालिका का हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए.
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चुनाव आयोग और चुनावी प्रक्रिया पर बढ़ती असहमति
मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति और चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर बढ़ती असहमति, आगामी चुनावों में विवादों को और हवा दे सकती है. राजनीतिक दलों के आरोप-प्रत्यारोप से यह स्पष्ट हो रहा है कि चुनावी प्रक्रिया को लेकर एक नई दिशा में बदलाव हो सकता है।