Bihar Transport Department: बिहार के नए परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने सोमवार को पदभार संभालते ही अधिकारियों के साथ अहम बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने राज्य के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला लिया. अब सरकारी बसों में कंडक्टर बनने की न्यूनतम शिक्षा योग्यता 10वीं से घटाकर 7वीं पास कर दी गई है. मंत्री ने कहा कि इससे अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. इस मौके पर विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह और राज्य परिवहन आयुक्त अभिषेक द्विवेदी ने उनका स्वागत किया.
चार नए ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनेंगे
मंत्री ने राज्य में चार नए इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च (IDTR) बनाने का निर्देश दिया है. ये केंद्र बांका या भागलपुर, पूर्णिया, बेतिया और नालंदा में स्थापित किए जाएंगे. फिलहाल बिहार में सिर्फ पटना और औरंगाबाद में दो IDTR चल रहे हैं.
परिवहन व्यवस्था सुधारने के लिए निर्देश
- नए ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनाए जाएं
- बस अड्डों पर यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएं
- सफाई और सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर किया जाए
- बस स्टैंड की जमीन पर किए गए अवैध कब्जों को हटाया जाए
- ड्राइवरों के लिए स्वास्थ्य बीमा, जीवन बीमा, यूनिफॉर्म और पेंशन जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं
- जर्जर और पुरानी बसों को डंप करने के बजाय जल्दी नीलाम किया जाए, ताकि नई बसें खरीदी जा सकें
सभी मुख्य रूटों पर सरकारी बसें चलेंगी
मंत्री ने कहा कि सरकार सभी बड़े रूटों पर अपनी बसें चलाने की तैयारी कर रही है, ताकि लोगों को सस्ती और सुविधाजनक यात्रा मिल सके. बैठक में अपर सचिव प्रवीण कुमार, बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के प्रशासक अतुल कुमार वर्मा, संयुक्त सचिव कृत्यानंद रंजन सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.
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