– 27 फरवरी को दिल्ली में आयोजित बैठक में राशि आवंटन पर होगा निर्णय संवाददाता, पटना बिहार में दिसंबर के अंतिम माह से मनरेगा मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है. राज्य के लगभग 20 लाख परिवारों को मजदूरी नहीं मिल पायी है. इस अवधि में कुल 1131 करोड़ रुपये मजदूरी बकाया है. मनरेगा के अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार से राशि की मांग की गयी है. इसे लेकर 27 फरवरी को दिल्ली में बैठक है. इस बैठक में राशि आवंटन को लेकर निर्णय होगा. इधर, मजदूरी नहीं मिलने से मनरेगा के कार्य पर भी असर पड़ा है. 25 करोड़ मानव दिवस सृजन करने के लक्ष्य पर संकट गहरा गया है. बता दें कि राज्य में 17 करोड़ मानव दिवस सृजन का लक्ष्य रखा गया था. इस लक्ष्य के पूरा होने के बाद लगभग दो करोड़ से अधिक अतिरिक्त मानव दिवस का सृजन किया गया है. इस अतिरिक्त मानव दिवस सृजन के एवज में केंद्र से राशि नहीं मिली है. कार्य पूर्ण करने की रफ्तार कम वर्ष 2023-24 में बिहार में 45.32 फीसदी की दर से कार्य पूर्ण हुए. जबकि इस साल राष्ट्रीय औसत 62.88 फीसदी था. इस साल बड़े अंतर से बिहार राष्ट्रीय औसत से पीछे था. वर्ष 2024-25 में अब तक 11.48 फीसदी की दर से कार्य पूर्ण हुए हैं. जबकि इस साल कार्य पूर्ण करने का राष्ट्रीय औसत 17.62 फीसदी है. 55 फीसदी महिलाओं ने किया काम 20 करोड़ से अधिक मानव दिवस का सृजन हुआ है. इसमें 55 फीसदी से अधिक महिलाओं की भागीदारी रही. जबकि 22 फीसदी एससी-एसटी वर्ग के लोगों ने काम किया. इनमें 96.66% मजदूरों का ही समय पर भुगतान हो पाया. वर्ष 2021-11 और इससे पहले ओवऑल 94.81 फीसदी कार्य बिहार में पूर्ण हुआ था. जबकि इस अवधि में राष्ट्रीय औसत 94.97 फीसदी था. वर्ष 2022-23 में बिहार राष्ट्रीय औसत से आगे था.
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