संवाददाता,पटना विधानसभा चुनाव में एनडीए के घोषणा पत्र जारी होने के बाद कांग्रेस की ओर से तीखी प्रतिक्रिया दी गयी है. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने शुक्रवार को एनडीए के चुनावी घोषणा पत्र को ””””””””झूठ का पुलिंदा”””””””” करार दिया है. उन्होंने एनडीए नेताओं खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से अपनी सरकार के 20 वर्षों के शासन का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखनी चाहिए. पटना के एक स्थानीय होटल में पत्रकारों से बातचीत में गहलोत ने कहा कि एनडीए नेता पत्रकारों के सवालों से डरते हैं और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा संवाददाता सम्मेलन में की गयी टिप्पणियां ””””””””संपूर्ण रूप से असत्य”””””””” हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए नेताओं को सबसे पहले अपने 20 साल के शासन का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखना चाहिए था. हम उम्मीद कर रहे थे कि संवाददाता सम्मेलन की शुरुआत उसी से होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. गहलोत ने दावा किया कि तेजस्वी यादव ने जो वादे किये हैं वे सरकार बनने के बाद कैबिनेट में लाये जायेंगे. हमने राजस्थान में भी इसी तरह अपने वादों को पूरा किया. उन्होंने सवाल उठाया कि नीतीश कुमार ने स्वयं घोषणा पत्र पर कोई टिप्पणी क्यों नहीं की और क्या वे अब इस स्थिति में नहीं हैं कि अपने घोषणा पत्र पर बोल सकें. एनडीए के घोषणा पत्र महज 26 सेकेंड के प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसलिए खत्म किया गया कि वे लोग पत्रकारों से सवालों से डरते हैं. गहलोत ने कहा है कि एनडीए के झूठे घोषणा पत्र को महागठबंधन जनसभाओं में प्रमुख मुद्दा बनायेगा. और जनता से राजग के 20 वर्षों का रिपोर्ट कार्ड मांगने का अभियान चलायेगा. इसी मुद्दे पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार को घोषणा पत्र कार्यक्रम में मंच पर बोलने का समय नहीं दिया गया. सात सेकेंड में प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म हो गया. यह बिहार और बिहारवासियों का अपमान है. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार विकास के हर मानक पर देश में सबसे पीछे है.
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