संवाददाता, पटना
पटना विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ की ओर से शनिवार को आम सभा की बैठक जय प्रकाश नारायण अनुषद भवन परिसर में आयोजित की गयी. कर्मचारियों ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय प्रशासन के रवैये के कारण पटना विश्वविद्यालय में कभी भी कोई भी अप्रिय घटना घट सकती है. कर्मचारी संघ के महासचिव फरमान अब्बास ने कहा कि दिसंबर में महामहिम राज्यपाल की उपस्थिति में पटना विश्वविद्यालय के कुलपति, वित्तीय परामर्शी, कुलसचिव व पटना विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ अध्यक्ष एवं महासचिव के साथ एक समझौता किया गया था, जिसमें सभी मांगों की पूर्ति के लिए समय निर्धारित किया गया. लेकिन आज तक किसी भी मांग पर कोई भी कार्रवाई सुनिश्चित नहीं की गयी. कर्मचारी संघ द्वारा समझौते का अनुपालन कराने के लिए महामहिम कार्यालय व पटना विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र के माध्यम से लगातार अनुरोध किया जा रहा है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा समझौते का अनुपालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों को अनर्गल शो-कॉज, बिना स्वीकृत पद पर स्थानांतरण करने का कार्य किया जा रहा है, ताकि कर्मचारियों की मांगों को दबाया जा सके. कर्मचारी संघ की ओर यह घोषणा की गयी कि 20 और 21 मार्च को विश्वविद्यालय के कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे.वहीं सात से 9 अप्रैल तक कर्मचारी संघ के सभी सदस्य शाम तीन बजे से पांच बजे तक कुलपति व कुलसचिव के खिलाफ पटना विश्वविद्यालय मुख्यालय में रोषपूर्ण प्रदर्शन करेंगे. इसके अलावा 15 से 19 अप्रैल तक कर्मचारी संघ के सभी सदस्य अपने कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कर कार्य का बहिष्कार करेंगे. कर्मचारी संघ के महासचिव फरमान अब्बास ने बताया कि इसके बावजूद भी विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा कर्मचारियों की मांगों की पूर्ति नहीं होती है, तो अनिश्चितकालीन तालाबंदी की जायेगी.
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