Prashant Kishor: बिहार विधानसभा 2025 के चुनाव में करारी शिकस्त पाने बाद आज प्रशांत किशोर आज पहली बार मीडिया के सामने आए. 4 दिनों तक हिम्मत जुटने के बाद आज उन्होंने जनसुराज कैंप, पाटलीपुत्र गोलंबर के एक होटल में पत्रकारों को आमंत्रित किया था. इस दौरान जैसे ही उन्होंने बोलना शुरू किया पत्रकारों ने सवालों की झड़ी लगा दी. नतीजा ये रहा कि प्रशांत किशोर पत्रकारों के सवालों पर हांफते नजर आए.
राजनीति छोड़ने के सवाल को घुमाया
याद दिला दें कि प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव में करीब डेढ़ सौ सीट जीतने का दावा कर रहे थे. इतनी सीट न मिलने पर उन्होंने राजनीति छोड़ने तक की बात कह दी थी. अब जब पत्रकारों ने यह बात ऑन कैमरा पूछ ली गई. इस सवाल पर वह खुद को बचाते नजर आए.
‘मैं ऐसे पद पर नहीं जहां से इस्तीफा दे देना चाहिए’
हालत ये थी कि वो पीके जो पत्रकारों को राजनीति का ज्ञान देते फिर रहे थे. कई मंचों पर उनके सवालों पर चिढ़ते और भिड़ते नजर आ रहे थे. आज उनके दावों की हवा निकली हुई थी. मगर, उन्होंने खुद का बचाव करते हुए इसे डायवर्ट करते नजर आए. राजनीति छोड़ने के सवाल पर भी वो बातों को गोल गोल घुमाते नजर आए. उन्होंने कहा, मैं पार्टी के किसी ऐसे पद पर नहीं जहां से मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए?
खुद को बताया अभिमन्यू
PK राजनीति छोड़ने के सवाल पर खुद को बचाते हुए कहा कि मुझे महाभारत में अभिमन्यू की तरह घेर कर मारा गया. पीके ने आगे कहा कि, ‘फिर भी जीत पांडवों की हुई. हम बिहार छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं. हमने 3 साल में जितनी मेहनत की है उससे ज्यादा मेहनत करेंगे.
गलती हम लोगो से हुई होगी मगर हमने गुनाह नहीं किया : पीके
प्रशांत किशोर ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हम लोगों ने धर्म के नाम पर नहीं बांटा, लेकिन गलती नहीं की है. उन्होंने कहा, वोट नहीं मिलना कोई गुनाह नहीं किया है. बिहार में 30 साल से जाति की राजनीति होती रही है. हमने जाति के आधार पर किसी को लड़ाया नहीं है.
राजनीति में पीके को याद आया महाभारत
उन्होंने अपनी हार का ठीकरा विपक्षी पार्टियों पर फोड़ा. उन्होंने कहा, महाभारत में अभिमन्यू को घेर कर मारा गया. मगर, महाभारत में जीत पांडवों की हुई. उन्होंने यह भी कहा कि अभिमन्यू के साथ तो स्वयं भगवान कृष्ण थे. फिर भी अभिमन्यू छल से मारा गया. हम भी चुनाव हारे हैं. अगली बार दोगुनी ताकत से मेहनत करेंगे.

