Patna Water Metro: पटना में गंगा नदी पर जलमार्ग का अनुभव अब जल्द ही आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा. हाल ही में गायघाट से NIT घाट तक वाटर मेट्रो का सफल ट्रायल संपन्न हुआ. इस परीक्षण में कोलकाता से लाए गए इलेक्ट्रिक जहाज एमवी गोमधर कुंवर का प्रयोग किया गया. आईडब्ल्यूएआई और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ और नोडल पदाधिकारी भी इस ट्रायल में मौजूद रहे. अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल सफल होने के बाद दीघा से कंगन घाट तक नियमित सेवाएं शुरू की जाएंगी.
एसी इलेक्ट्रिक जहाज में आरामदायक सफर
इस सेवा के तहत एसी जहाज में लगभग पचास यात्रियों के बैठने की सुविधा और 25 लोगों के खड़े होकर यात्रा करने की व्यवस्था है. राजधानी के लोग अब जलमार्ग के जरिए सिंगापुर, मुंबई और गोवा जैसी सुविधा का आनंद ले सकेंगे. राज्य सरकार और आईडब्ल्यूएआई के बीच हाल ही में हुए समझौते के बाद परिचालन की तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं.
अब पर्यटक भी उठाएंगे वाटर मेट्रो का आनंद
वाटर मेट्रो का उद्देश्य केवल स्थानीय यात्रियों तक सीमित नहीं है. देशी और विदेशी पर्यटक भी गंगा नदी में सफर का आनंद ले सकेंगे. इसके लिए फ्लोटिंग जेटी तैयार की जा रही है. अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही किराया तय कर सेवा शुरू कर दी जाएगी. इसके साथ ही एक और इलेक्ट्रिक जहाज कोलकाता से मंगाया जाएगा, जिससे यात्री संख्या के हिसाब से संचालन में सुविधा बनी रहे.
पर्यावरण और पर्यटन को बढ़ावा
इस परियोजना से न केवल यात्रियों के लिए यात्रा आसान होगी, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल विकल्प भी है. गंगा में इलेक्ट्रिक जहाज चलाने से प्रदूषण कम होगा और शहर में पर्यटन के अवसर बढ़ेंगे. अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि जलमार्ग सेवा शुरू होने से पटना में लोगों की यात्रा का अनुभव पूरी तरह बदल जाएगा और गंगा नदी का पर्यटन भी नई ऊंचाई पर पहुंचेगा.
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