पटना में बाइक सवार बदमाशों ने NMCH से रिटायर्ड नर्स के घर में घुसकर सोमवार को बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की और परिवार के तीन सदस्यों को गोली मार दी. इस हमले में नर्स महालक्ष्मी देवी (61 वर्ष) और उनकी बेटी सिंधाली (22 वर्ष) की मौत हो गयी. जबकि नर्स के पति धनंजय महतो गंभीर रूप से जख्मी हैं. एडीजी मुख्यालय ने इस हत्याकांड की वजह को लेकर भी जानकारी दी है.
बाइक सवार बदमाशों ने छलनी किया
पटना के आलमगंज थाने के न्यू अरफाबाद कॉलोनी के नहर रोड स्थित जटाही मंदिर के पास इस घटना को अंजाम दिया गया. सोमवार की सुबह सवा 9 बजे बाइक सवार अपराधी नर्स के घर में घुसे और गोलियों से तीनों को छलनी कर दिया. एसएसपी ने कहा कि इस घटनाकांड की वजह स्पष्ट नहीं हुई है. जख्मी के बयान के बाद ही मामला साफ हो सकेगा. पुलिस हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
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मां-बेटी को सिर में सटाकर गोली मारी
पुलिस के सूत्र बताते हैं कि मां बेटी को सिर में सटाकर गोली मारी गयी है. न्यू अरफाबाद कॉलोनी के नहर रोड स्थित जटाही मंदिर के पास धनंजय महतो का चार मंजिला मकान है. उसी के दरवाजे पर उनकी रिटायर्ड नर्स पत्नी बैठी है. इस बीच बाइक से हेलमेट धारी तीन बदमाश पहुंचे और फायरिंग शुरू कर दी. पति-पत्नी और बेटी को गोली मार दी.
प्रेम विवाह किया था, इकलौती बेटी हाल में आयी थी घर
जख्मी धनंजय और मृतका नर्स ने 30 साल पहले प्रेम-विवाह किया था. उनकी इकलौती बेटी पुणे में एयर होस्टेज का कोर्स कर रही थी. तीन दिन पहले ही वो घर आयी थी. जिसे मौत के घाट उतार दिया गया.
दोहरे हत्याकांड की क्या है वजह?
इधर, पुलिस पुराने विवाद को खंगाल रही है. 2020 में महालक्ष्मी देवी ने आलमगंज थाने में एक विवाद को लेकर केस दर्ज कराया था. वहीं एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन ने कहा कि पीड़ित परिवार का झगड़ा पड़ोस के लोगों से हुआ था. प्रारंभिक जांच में यही बात सामने आयी है कि उसी विवाद में इस दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया. मामले की जांच जारी है.