Indigo Crisis: देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो की उड़ानों में जारी संकट चौथे दिन भी जारी है. बिहार से लेकर देश के कई हिस्सों में हजार से अधिक उड़ानें रद्द होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसका सीधा असर पटना-दिल्ली रूट पर भी देखने को मिल रहा है. यहां अचानक किराया इतनी तेजी से बढ़ गया कि वह लंदन जाने वाले किराए को भी पीछे छोड़ गया.
फंसे रहे कई यात्री
पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार को बड़ी संख्या में यात्री फंसे रहे. कई घंटों की देरी, उड़ान रद्द होने और टिकट कैंसिलेशन के बाद यात्री काफी नाराज हो गए. पटना से दिल्ली का किराया आमतौर पर 6 से 10 हजार रुपये के बीच रहता है, लेकिन अभी यह बढ़कर 41380 तक पहुंच गया है.
हैरानी की बात यह है कि इसी दिन दिल्ली से लंदन के लिए इंडिगो का किराया 26351 है. यानी पटना–दिल्ली का घरेलू किराया इंटरनेशनल फ्लाइट्स से भी महंगा हो गया है.
केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि पटना से चेन्नई, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के लिए टिकट दरों में भी भारी उछाल देखा गया. टिकट के दाम में 5 से 6 गुना तक बढ़ोतरी हुई है. इस वजह से लोगों की जेब पर भी असर पड़ा है.
क्यों बढ़ी परेशानी?
क्रू की भारी कमी: पायलटों और तकनीकी स्टाफ में अचानक कमी आ जाने के कारण कई उड़ानें ऑपरेट नहीं हो पा रहीं.
ड्यूटी टाइम बदलना: नए नियमों के तहत पायलटों के उड़ान भरने की सीमा में बदलाव किया गया है, जिससे कई शेड्यूल प्रभावित हुए.
तकनीकी दिक्कतें: पुराने विमानों में तकनीकी दिक्कतें बढ़ने की वजह से उन्हें ग्राउंड करना पड़ा है.
त्योहारी भीड़: दिसंबर महीने में यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे टिकटों की मांग अचानक बढ़ गई.
डीजीसीए ने आदेश लिया वापस
डीजीसीए ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए इंडिगो को पायलटों और क्रू की उपलब्धता से जुड़े सभी पुराने आदेश वापस लेने का निर्देश दिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि 10 से 15 दिसंबर के बीच स्थिति सामान्य होने लगेगी और उड़ान सेवाएं ट्रैक पर लौट आएंगी. हालांकि यात्रियों की परेशानी फिलहाल जारी है, और टिकट दर कम होने में कुछ समय लग सकता है.
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