Railways: पटना. नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के बाद यात्रियों ने कोई सीख नहीं ले रहे हैं. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए जिला प्रशासन और रेल प्रशासन अपने दल बल के साथ पहुंच कर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों से भरे प्लेटफाॅर्म से ट्रेन में बैठाने के लिए प्रयास करते रहे. रेलवे का मानना था कि माघी पूर्णिमा के बाद भीड़ कम होगी. लेकिन, ऐसा नहीं हुआ. रेलवे स्टेशन पर लोगों की भीड़ देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह रुकने वाले नहीं है. जब तक संगम में डुबकी नहीं लगायेंगे, तब तक श्रद्धलुओं मानेंगे नहीं.
रेलवे ने झोंकी पूरी ताकत
कुंभ के कारण यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पटना, दानापुर, राजेंद्रनगर टर्मिनल व पाटलिपुत्र से रोजाना 12 से 15 स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही हैं. हालांकि भीड़ इतनी हो रही है कि संपूर्णक्रांति, पीएनबी एलटीटी और मगध एक्सप्रेस समेत स्पेशल ट्रेनें पूरी तरह से पैक हो चल रही है. जनरल कोच के मामले मे संपूर्णक्रांति, मगध एक्सप्रेस व पटना एलटीटी एक्सप्रेस मे अधिकतम ऑक्युपेसी (सीट के कमता से अधिक यात्री सफर) का रिकॉर्ड टूट गया है. आंकडों के अनुसार इन ट्रेनों में ऑक्युपेसी करीब 220-250% के तक पहुंच गयी है. यानी क्षमता से ढाई गुना तक यात्री इन ट्रेनों मे ठूंस कर जा रहे हैं.
स्पेशल ट्रेनों में भी 200% के पार जा रहे यात्री
वर्तमान में दानापुर मंडल से रोजाना करीब 70 से 80 हजार यात्री कुंभ सनान करने जा रहे हैं. इतने ही यात्री कुंभ से वापस पटना व दानापुर मंडल के आसपास के स्टेशनों पर लौट रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि जैसे-जैसे कुंभ समाप्ति पर है, ट्रेनों में भीड़ और बढ़ने लगी है. जंक्शन से पहले अधिकतम डेढ लाख यात्री सफर करते थे, लेकिन वर्तमान में इनकी संख्या चार लाख पहुंच गयी है. इससे स्पेशल ट्रेनों की ऑक्युपेसी भी अब 200% के पार पहुंच गयी है, जबकि पहले 100 से 110% के आसपास रहता था.
छठ का टूटा रिकॉर्ड
पटना सहित पूरे दानापुर मंडल से चलने वाली ट्रेनों में सबसे अधिक छठ पूजा के दौरान यात्रियों की भीड़ होती थी. इस दौरान इन ट्रेनों में अधिकतम ऑक्युपेसी 165 से 170% तक देखने को मिलती थी. लेकिन महाकुंभ के चलते प्रयागराज जाने वाली किसी ट्रेन में चार तो किसी मे पांच हजार यात्री सवार हो रहे हैं. यात्री स्पेशल ट्रेनों की तुलना में नियमित ट्रेनों में जाना अधिक पसंद कर रहे हैं.
10 गुना से भी ज्या उमड़ी भीड़
किऊल से नवादा होते हुए गया के रास्ते महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेन बुधवार को चलायी गयी. इस ट्रेन की यह स्थिति रही कि समय से पहले नवादा के कुछ यात्री किऊल से ही जाकर ट्रेन में सीट लेकर बैठ गये. हालांकि, मेला स्पेशल ट्रेन का री-शेड्यूल किया गया है. मेला स्पेशल ट्रेन में सीट से पांच गुना श्रद्धालु सवार हो गये. महाकुंभ मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं की तादात में कमी नहीं आ रही है.
Also Read: बिहार सरकार को सर्वे में मिली 17.86 लाख एकड़ बेलगानी जमीन, अधिकतर पर है लोगों का कब्जा