संवाददाता, पटना
मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकार नीरा निकालने वाले लोगों और ताड़ पेड़ के मालिकों को मेहनत के अनुसार सहायता राशि भी देगी़ एक पेड़ से नीरा निकालने पर नीरा निकालने वाले को 8 रुपये प्रति लीटर और पेड़ के मालिक को 3 रुपये प्रति लीटर की दर से अधिकतम 195 रुपये प्रति पेड़ मिलेंगे. अगर कोई व्यक्ति 10 पेड़ों से नीरा निकालेगा तो उसे 15,600 रुपये और पेड़ मालिक को 5,850 रुपये मिल सकते हैं. इसके अलावा हर पेड़ की पहचान और गिनती करने के लिए नीरा निकालने वाले को 30 रुपये प्रति पेड़ की अलग से राशि दी जाएगी. यह सारा भुगतान सीधे बैंक खाते में किया जाएगा.
योजना का बड़ा उद्देश्य है कि लोग ताड़ी जैसे नशे से दूर हों और नीरा जैसे पौष्टिक पेय के उत्पादन से कमाई करें. इसके साथ-साथ राज्य सरकार ने ताड़ी और शराब से जुड़े 46 हजार परिवारों को दूसरा रोजगार देने की योजना भी चलाई है, जिसमें अब तक 42 हजार से ज्यादा परिवारों को 163 करोड़ रुपये की मदद दी जा चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है