संवाददाता,पटना
विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज योजना मशाल 2025 में राज्य के कुल 37,588 सरकारी विद्यालयों के लगभग 58 लाख स्टूडेंट्स भाग लेंगे. यह कार्यक्रम राज्य के शिक्षा विभाग, खेल विभाग और बिहार खेल प्राधिकरण पटना के संयुक्त तत्वाधान से संचालित किया जायेगा. ‘खेलेगा बिहार तो खिलेगा बिहार’ मशाल 2025 कार्यक्रम का शुभारंभ 25 अप्रैल को होगा. 27 अप्रैल तक चलने वाले इस कार्यक्रम को विद्यालय स्तर से प्रारंभ किया जा रहा है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक मशाल 2025 का उद्देश्य विद्यालय स्तर से खेल संस्कृति का विकास करते हुए बच्चों में खेल प्रतिमा का पहचान करना और सर्वांगीण विकास के साथ खेलों के लिए अवसर का सृजन करना है.
मशाल प्रतियोगिता विद्यालय, संकुल,प्रखंड, जिला और राज्य स्तर पर आयोजित किये जायेंगे. इसके तहत आयोजित प्रतियोगिता में कुल पांच विधाएं शामिल की गयी हैं. एथलेटिक्स (बॉल थ्रो, लंबी कूद, दौड़), साइकिलिंग, किक्रेट, फुटबॉल और वॉलीबॉल.
प्रतिभागियों की योग्यता भी तय
मशाल प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की योग्यता इस प्रकार निर्धारित की गयी है. यह प्रतियोगिता दो श्रेणियों में आयोजित की जायेगी. 0-14 बालक और बालिका एवं 0-16 बालक और बालिका. इसमें प्रखंड स्तर प्रथम श्रेणी में एक हजार नकद, दूसरा पुरस्कार छह सौ रुपये और तीसरा पुरस्कार चार सौ रुपये दिये जायेंगे. सभी प्रतिभागियों को टीशर्ट और मेडल दिये जायेंगे. वहीं, जिला स्तर मेडल के साथ-साथ प्रथम श्रेणी के लिए पचीस सौ, दूसरी श्रेणी में पंद्रह सौ एवं तीसरा पुरस्कार एक हजार रुपये का है. जबकि राज्य स्तर पर प्रथम श्रेणी के लिए पांच हजार, दूसरा पुरस्कार तीन हजार रुपये का और तीसरा पुरस्कार दो हजार रुपये का है.
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