संवाददाता, पटना
सूत्रों के मुताबिक, इओयू की टीम पेपर लीक के पूरे तंत्र, पैसों के खेल और इसमें शामिल बड़े नामों की परतें उधेड़ने में जुटी है. आरोपी पहले भी कई परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक की बड़ी साजिशों का हिस्सा रह चुका है. इस बार उससे यह जानने की कोशिश हो रही है कि नीट पेपर कैसे लीक किया गया, किस-किस की मिलीभगत थी और रैकेट का असली मास्टरप्लान क्या था ? जांच एजेंसी को उम्मीद है कि मुखिया से पूछताछ के बाद न केवल इस घोटाले के कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे, बल्कि पेपर लीक के राष्ट्रीय नेटवर्क तक भी पहुंचा जा सकेगा. जल्द ही इस मामले में और बड़ी गिरफ्तारियां होने के संकेत मिले हैं.
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