पटना : एनडीए में ऑल इज वेल नहीं हैं. प्रेशर प्रालिटिक्स बढ़ती जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर एलजेपी के सियासी हमलों को रोकने के लिए हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (सेक्यूलर) ने मोर्चा संभाल लिया है.
हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान की समझ पर ही सवाल खड़ा कर दिया है. लोजपा नेता को नसीहत दी है कि वह मुख्यमंत्री के काम में मीन-मेख निकालने से पहले अपने पिता के काम का रिपोर्ट कार्ड देख लें. नीतीश के समर्थन में उन्होंने यहां तक कह दिया कि उनके काम की पीएम तक तारीफ कर रहे हैं. सभी को संतुष्ट तो भगवान भी नहीं कर सकते हैं.
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान मुख्यमंत्री के काम को लेकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के दौरे के बाद यह माना जा रहा था कि एनडीए के सभी दल गठबंधन में असहज स्थिति पैदा नहीं करेंगे. ऐसा हुआ नहीं है. जीतन राम मांझी ने पूर्व घोषण के तहत चिराग पासवान को नसीहत दी है कि वह नीतीश कुमार के काम में कमिया खोजने की जगह अपने पिता के काम को देखें. रामविलास पासवान केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री हैं.
चिराग को पहली चिठ्ठी अपने पिता को लिखनी चाहिए. रामविलास पासवान दलितों को भले ही बड़े नेता हैं, लेकिन जिस मंत्रालय की जिम्मेदारी वह संभाल रहे हैं, उसका काम बिहार में कैसा चल रहा है, यह देखने की जरूरत है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा चिराग उभरते नेता हैं. वह नीतीश और उनके काम के बारे में जो कह रहे हैं, वह अनुभवहीनता है. काम को व्यापकता से नहीं देख रहे हैं, वह सीट शेयरिंग के लिए दबाव डालना चाहते हैं.