— राजद के 72 सियासी धुरंधरों के लिए हुआ मतदान पूरा
बिहार विधानसभा के लिए दूसरे चरण की 122 सीटों पर मतदान मंगलवार को पूरा हो गया. इस चरण में राजद ने 72 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस चरण में भी राजद के कई सियासी घरानों के प्रतिनिधि बेटा,बेटी,पोती और बहुओं ने सियासी भाग्य आजमाया. फिलहाल उनका सियासी भाग्य इवीएम में कैद हो चुका है. अब उन्हें परिणाम का इंतजार है.
बिहार के सियासी घरानों में शामिल राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का परिवार भी शामिल हैं. उनके बेटे अजित सिंह अपनी परंपरागत सीट रामगढ़ से चुनावी किस्मत इवीएम में कैद हो गयी. इसी चरण में राजद के एक अन्य पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे प्रो रामचंद्र पूर्वे की पुत्रवधू स्मिता गुप्ता पूर्वे परिहार विधानसभा से चुनाव लड़ी हैं. इसके अलावा सीमांचल के गांधी कहे जाने वाले और राजद नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत तस्लीमुद्दीन के दोनों बेटे शाहनवाज और सरफराज आलम का सियासी भाग्य इवीएम में कैद हो चुका है. ये लोग जोकी हाट विधानसभा में आमने-सामने हैं. एक बेटा राजद से तो दूसरा जनसुराज पार्टी से किस्मत आजमा रहे हैं. इसके अलावा बिहार के दिग्गज नेता रहे दिवंगत रघुनाथ झा के पोता नवनीत कुमार शिवहर विधानसभा से चुनाव मैदान में उतरे थे. इसके अलावा जहानाबाद विधानसभा सीट पर राजद से ही पूर्व सांसद जगदीश शर्मा के बेटे राहुल कुमार का सियासी भाग्य इवीएम में कैद हो गया है. पत्थर तोड़ कर अपनी जीविका चलाने वाली विधायक से सांसद बनीं भगवतिया देवी की पोती तनुश्री कुमारी के लिए भी मतदान हो चुका है. वे बाराचट्टी से चुनाव लड़ी हैँ. बता दें कि भगवतिया देवी की बेटी समता देवी और बेटे विजय मांझी भी राजनीति में रहे हैं.इसी तरह पूर्व मंत्री समीर महासेठ, अनीता देवी, बीमा भारती और डॉ शमीम अहमद का सियासी भाग्य भी इवीएम में कैद हो गया. इसी चरण में बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी की प्रति प्रतिष्ठा कसौटी पर है. वे सिकंदरा से चुनाव लड़ रहे हैँ. राजद के पूर्व मंत्री समीर महासेठ का राजनीतिक भाग्य इवीएम में कैद हो चुका है.
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