बिहार के लखीसराय जिले में है रेलवे का ‘कुंदर हॉल्ट’. जहां 13 जून 2013 को धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस पर नक्सली हमला हुआ था. इस ट्रेन में सवार एक हजार से अधिक यात्रियों की तब सांस अटक गयी थी जब नक्सलियों ने अचानक ट्रेन पर धावा बोल दिया था. इस हमले में एक यात्री की मौत हो गयी थी जबकि सुरक्षाबल के दो जवान शहीद हुए थे. करीब 12 साल बाद आज इस हमले की याद इसलिए ताजा हुई है क्योंकि ‘लाल आतंक’ में शामिल रहा एक क्रूर चेहरा नक्सली अशोक कोड़ा गिरफ्तार कर लिया गया है.
नक्सली अशोक कोड़ा गिरफ्तार
लखीसराय पुलिस ने हार्डकोर नक्सलियों के सहयोगी अशोक कोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद छापेमारी अभियान चलाया गया जिसमें वांछित नक्सली अशोक कोड़ा उर्फ भगलु कोड़ा उर्फ गोंगा को गिरफ्तार किया है. वर्ष 2013 से नक्सल कांडों में वह फरार चल रहा था.
कुख्यात अर्जुन कोड़ा और प्रवेश दा के दस्ते में रहा
लखीसराय के एसपी अजय कुमार ने बताया कि पूर्व में सरेंडर कर चुके नक्सली अर्जुन कोड़ा तथा हार्डकोर इनामी नक्सली प्रवेश दा के दस्ते में यह शामिल रहा है. घटना को अंजाम देने, नक्सलियों को जरूरत के सामान व खाने-पीने की सामग्री को जुटाकर नक्सलियों तक पहुंचाने के साथ ही सुरक्षाबलों के मूवमेंट की जानकारी ये पहुंचाता था.
धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस पर हुआ था हमला
13 जून 2013 को कुंदर हॉल्ट पर अप धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस पर हमला हुआ था. ट्रेन में नक्सली सवार हुए थे. कुछ दूरी पर प्रेशर पाइप काटकर ट्रेन रोक दिया गया था. कई और नक्सली इस ट्रेन में घुसे और फायरिंग व बमबारी की गयी थी. नक्सलियों ने जमकर लूटपाट मचाया था. इस दौरान आरपीएसएफ के एक जवान सुकांत देवनाथ की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. हथियार लूटने, एक पुलिसकर्मी कुमार अमित की भी गोली मारकर हत्या करने और विरोध करने पर एक यात्री सरवर इस्लाम की भी हत्या की गयी थी. घटना में तीन हथियार लूटने और एक रेलवे गार्ड एवं पांच यात्री को भी जख्मी कर देने का आरोप अशोक कोड़ा पर दर्ज है.