अब राज्यभर के सभी क्षेत्रीय विद्युत अभियंता डोर-टू-डोर रूफटॉप सोलर सिस्टम के लाभ बतायेंगे संवाददाता, पटना प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर बिहार सरकार की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है. ऊर्जा सचिव सह बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने सभी क्षेत्रीय विद्युत अभियंताओं को डोर-टू-डोर जाकर उपभोक्ताओं को रूफटॉप सोलर सिस्टम से होने वाले लाभ और सब्सिडी की जानकारी देने का निर्देश दिया है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिन उपभोक्ताओं की बिजली खपत अधिक है, उनके साथ सीधा संवाद स्थापित कर यह बताया जाए कि सौर ऊर्जा से उनका बिजली बिल न्यूनतम हो सकता है. इस दिशा में एक विशेष सेल गठित करने का भी निर्देश दिया गया है, जिसकी अध्यक्षता मुख्य अभियंता करेंगे.ऊर्जा सचिव ने कहा कि सभी विद्युत अधीक्षण अभियंता अपने-अपने अंचलों में लक्षित उपभोक्ताओं तक पहुंच सुनिश्चित करें और योजना की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा करें. उन्होंने परिणाम आधारित कार्य संस्कृति पर बल देते हुए कहा कि जो अभियंता खराब प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें अपनी कार्यशैली में सुधार लाना होगा. उन्होंने सभी क्षेत्रीय अभियंताओं को निर्देश दिया है कि हर सप्ताह दो दिन ‘सौर ऊर्जा जन-जागरूकता दिवस’ के रूप में मनाया जाए और लोगों को योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाए. साथ ही आवेदन प्रक्रिया में तकनीकी सहयोग देने पर विशेष जोर दिया गया है. क्या है पीएम सूर्य घर योजना: योजना के तहत यदि कोई उपभोक्ता 2 किलोवाट तक की सौर क्षमता स्थापित करता है तो 30,000 रुपये प्रति किलोवाट की सब्सिडी मिलेगी. तीसरे किलोवाट के लिए 18,000 रुपये और कुल मिलाकर अधिकतम 78,000 रुपये तक की सब्सिडी का प्रावधान है. अब तक राज्य में 5683 निजी भवनों पर सौर संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं.
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