पटना:
विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में आने वाली और दूसरे राज्यों में जाने वाली गाड़ियों पर सख्ती बढ़ा दी गयी है. वहीं, शहरी व ग्रामीण इलाकों में सभी तरह की कॉमर्शियल और निजी गाड़ियों की जांच करने का आदेश दिया गया है. बिना जांच एक भी गाड़ी बाॅर्डर पार नहीं जायेगी. वहीं, चुनाव को लेकर दो नवंबर तक छोटी गाड़ियों की धर-पकड़ करने का निर्देश दिया गया है. ग्रामीण और शहरी इलाकों में वाहनों पर सख्ती करने के लिए चलंत टीम का गठन किया गया है .चलंत टीम गाड़ियों के कागजात से लेकर अन्य सामानों की जांच कर रही है.गाड़ी की जांच के लिए बढ़ायी गयी निगरानी
प्रथम चरण के मतदान जैसे-जैसे नजदीक आने लगा है. सड़कों पर गाड़ियों की जांच में सख्ती बढ़ा दी गयी है. गाड़ियों की सख्ती करने के लिए संबंधित डीटीओ को विभाग की ओर से दिशा-निर्देश भेजा गया है. गाड़ियों की जांच करने में अधिकारियों की टीम बनायी गयी है, जिसमें गाड़ियों पर सख्ती और जब्ती की जा रही है. इस चुनाव में लगभग डेढ़ लाख गाड़ियों की जरूरत पड़ने की उम्मीद है. उसी मुताबिक पूजा के बाद छोटी गाड़ियों की भी धरपकड़ शुरू हो गयी है. छोटी गाड़ियों को पकड़ कर रखने के लिए जिलों में वाहन कोषांग का गठन किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

