संवाददाता,पटना : राज्य में लू के प्रकोप से बचाव की तैयारी शुरू कर दी गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि लू पीड़ित मरीजों को वातानुकूलित (एसी) एंबुलेंसों में इलाज के लिए अस्पताल लाया जायेगा. इसको लेकर विभाग ने सभी एंबुलेंसों में एसी को ठीक करने और उसमें आवश्यक दवाएं रखने का निर्देश दिया गया है. मरीजों को अस्पताल लाने के लिए दो प्रकार के डायल 102 एंबुलेंस बेड़े में शामिल हैं. इनमें 777 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस और 562 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त जल्द ही 440 बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस 102 में शामिल किया जा रहे हैं.
अधिक गर्मी
पड़ने पर सार्वजनिक परिवहन सेवाएं हो सकती हैं बाधितबिहार में अप्रैल माह में पड़ने वाली गर्मी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने गर्मी एवं लू से बचाव के लिए बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा तैयार हिट वेब के आलोक में संबंधित विभागों को तैयारी करने का दिशा-निर्देश दिया है. विभाग ने परिवहन विभाग को कहा है कि लू के दौरान जहां तक संभव हो,वाहनों का परिचालन कम से कम किया जाये.वहीं,11 बजे से साढ़े तीन बजे तक सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों के परिचालन को नियंत्रित किया जायेगा, तो लू से लोगों को बचाया जा सकता है.
संक्रमण व लू की रोकथाम के लिए बना कंट्रोल रूम, तैनात किये गये डॉक्टरगर्मी में होने वाली बीमारियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मूड पर है. एइएस-जेइ (मस्तिष्क ज्वर-चमकी बुखार) संक्रमण और लू यानी हीट वेव पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करने एवं इसके कुशल प्रबंधन को लेकर गर्दनीबाग स्थित डीएचएस कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसमें सुबह आठ से लेकर अगले दिन सुबह आठ बजे तक यानि 24 घंटे तक डॉक्टरों की ड्यूटी लगायी गयी है. सिविल सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि एइएस-जेइ व हीट वेव को लेकर अलर्ट जारी करते हुए अलग से एक कंट्रोल रूम बना दिया गया है. इस कंट्रोल रूम का नंबर 0612-2951964 पर फोन कर बीमारी संबंधित जानकारी ले सकते हैं. सिविल सर्जन ने कहा कि सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक डॉ रवि प्रकाश, डॉ रजनीकांत विकल, दोपहर 2 बजे से रात आठ बजे तक और डॉ रविशंकर कुमार रात आठ से सुबह आठ बजे तक ड्यूटी पर रहेंगे. डॉ अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि डीएम की ओर कहा गया है कि जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सभी व्यवस्था अपडेट रखें. सभी अस्पतालों में वार्ड, बेड और दवा की पर्याप्त व्यवस्था रखने को कहा गया है.
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