संवाददाता, पटना राज्य के सरकारी स्कूलों पढ़ने वाले कक्षा एक से आठवीं के विद्यार्थियों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा 10 सितंबर से शुरू होगी. अर्द्धवार्षिक परीक्षा 18 सितंबर तक संचालित की जायेगी. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीइआरटी) की ओर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि अर्द्धवार्षिक परीक्षा संचालित करने और उसकी मॉनिटरिंग के लिए प्रखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जायेंगे. यह नियंत्रण कक्ष 9 से 18 सितंबर तक काम करेगा. नियंत्रण कक्ष से परीक्षा से संबंधित समस्या का समाधान किया जायेगा. अर्द्धवार्षिक परीक्षा के संचालन से संबंधित निर्देश सभी स्कूलों को दे दिया गया है. कक्षा एक और दो के बच्चों का अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन मौखिक रूप में किया जायेगा जबकि कक्षा तीन से आठवीं के बच्चों को प्रश्न पत्र पत्र सह उत्तर पुस्तिका उपलब्ध करायी जायेगी. इसके अलावा कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों के लिए अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन में सह- शैक्षणिक गतिविधियां भी आयोजित होगी. विभिन्न गतिविधियों के लिए अंक निर्धारित किया गया है. कुल 100 अंकों की होगी शैक्षणिक गतिविधियां मूल परीक्षा के दौरान बच्चों के विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियां आयोजित की जायेगी. शैक्षणिक गतिविधियां कुल 100 अंकों की होगी. इसमें विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति पर पांच अंक मिलेंगे. इसी तरह सहयोग प्रवृति के तहत जैसे सहपाठियों के साथ सदभाव, अच्छा व्यवहार, मददगार, शिक्षकों के प्रति अच्छा व्यवहार पर चार अंक, गणित खेल संबंधी व कविता पाठ पर आठ अंक, वर्ड प्रतियोगिता व क्विज में 10 अंक, भाषण, स्वच्छता, भूकंप, अग्निकांड, सड़क सुरक्षा, वाद-विवाद प्रतियोगिता पर 15 अंक, वहीं स्पोर्ट्स में दौड़, ऊंची कूद, कबड्डी, वॉली-बॉल आदि पर 10 अंक, गीत गायन पर 10 अंक, चित्र बनाने पर आठ अंक, नेतृत्व क्षमता जैसे मॉनिटर, बाल संसद सदस्य आदि के रूप में भूमिका पर 10 अंक, सृजनात्मकता थार्मोकाल, मिट्टी, कागज से विभिन्न मॉडल का निर्माण और कबाड़ से जुगाड़ आदि पर 10 अंक दिये जायेंगे. परीक्षा के दौरान बच्चों के बीच दो फुट की दूरी होगी मेंटेन अर्द्धवार्षिक परीक्षा संचालन के लिए सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को निर्देशित किया गया है कि निर्धारित तिथि एवं पाली में परीक्षा के क्रम में दो परीक्षार्थियों के बीच कम से कम दो फुट की दूरी मेंटेन की जायेगी. इसके साथ ही बच्चों को परीक्षा के दौरान पेंसिल, रबर, कटर, कलम, जियोमेट्री बॉक्स, कार्ड बोर्ड ही लाने की अनुमति होगी. वहीं वीक्षकों से कहा गया है कि बच्चों को प्रश्न पत्र समझने में किसी तरह परेशानी होती है तो वे सहयोग कर सकते हैं. सभी वीक्षकों को परीक्षा के दौरान पवित्रता बनाये रखने की सलाह दी गयी है.
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