Crime News: देशभर में गोल्ड लूट की वारदातों को अंजाम देने वाला अंतरराज्यीय गैंग आखिरकार दिल्ली स्पेशल सेल की रडार पर आ गया है. इस गिरोह के मास्टरमाइंड सुबोध सिंह फिलहाल ओडिशा की जेल में बंद है. उसने विदेशी ग्लॉक पिस्टल मंगवाकर अपने गिरोह के सदस्यों में बांटी थीं. जिनका इस्तेमाल हाई-प्रोफाइल लूट की घटनाओं में किया जा रहा था और आगे भी किया जाना था.
स्पेशल सेल ने पटना सिटी से दो भाइयों यश आनंद और पीयूष जायसवाल को दबोचा है. पूछताछ में मिले सुराग के आधार पर हाजीपुर के हथसारगंज से रोहित नामक युवक को गिरफ्तार किया गया. जिसके पास से ग्लॉक पिस्टल, 10 कारतूस और 3.78 लाख रुपये नकद बरामद हुए. रोहित लूट के पैसों को अलग-अलग जगहों पर निवेश करने में लगा था.
दिल्ली में भी पुलिस ने की थी छापेमारी
गिरफ्तारी का सिलसिला यहीं नहीं रुका. बीते 24 मार्च को दिल्ली के कश्मीरी गेट के पास बड़ी डील की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा. जहां से 14 ग्लॉक पिस्टल और मैग्जीन के साथ दो आरोपित सकलदीप कुमार (वैशाली) और फंटूश कुमार (नालंदा) को पकड़ा गया. जो दोनों बिहार के ही रहने वाले थे. पूछताछ में सामने आया कि दोनों ओडिशा में दर्ज एक सोना लूटकांड में वांछित हैं.
अबतक 7 आरोपी को किया जा चुका है गिरफ्तार
इनकी निशानदेही पर पुलिस ने बिहार में 2 लाख के इनामी बदमाश जान राइट (राजापाकर निवासी) को दिल्ली से गिरफ्तार किया. वह भी एक ग्लॉक पिस्टल के साथ पकड़ा गया. अब तक इस केस में बिहार से कुल 7 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जो सभी सुबोध सिंह के गैंग से जुड़े हैं.
कई राज्यों में लूट को अंजाम देने की रची गई थी साजिश
पुलिस जांच में सामने आया है कि ये पिस्टल पड़ोसी देश से राजस्थान, फिर पंजाब, होते हुए दिल्ली पहुंचीं और वहां से बिहार में तस्करी की गईं. इन्हीं हथियारों के जरिए देश के कई राज्यों में सोना लूट की घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची गई थी. इस ऑपरेशन के बाद न सिर्फ बिहार, बल्कि यूपी, राजस्थान, ओडिशा और महाराष्ट्र की एसटीएफ टीमें भी दिल्ली पहुंच गई हैं, जिससे इस गिरोह की पकड़ और नेटवर्क का विस्तार सामने आ सके.
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