देश के मेडिकल कॉलेजों में एनआरआइ कोटे से एडमिशन कराने का झांसा देकर जालसाजों ने 100 से अधिक लोगों से 30-35 करोड़ रुपये ठग लिये. इसके लिए जालसाजों ने बोरिंग रोड चौराहे पर जीवी मॉल के चौथे तल्ले पर कैरियर काउंसेलिंग नाम से कार्यालय खोल रखा था. रुपये ऐंठने के बाद वे कार्यालय बंद कर फरार हो गये.
पीड़ित छात्रों ने दर्ज कराया मामला
पीड़ित छात्रों व उनके अभिभावकों ने श्रीकृष्णापुरी थाने में मामला दर्ज कराया है. इसमें संस्थान के निदेशक उज्जवल सिंह, ब्रांच हेड शुभम कुमार, अर्णव सिंह, काउंसेलर कुंदन कुमार, हीरालाल, खशबू कुमारी व रंजन कुमार को आरोपित बनाया है.
संस्थान के तमाम लोगों के नाम व पते की पुष्टि करेगी पुलिस
रोहतास जिले के श्याम बिहारी सिंह, भागलपुर की कंचन कुमारी, रांची के राजेश सिन्हा, औरंगाबाद के सुधी रंजन , जक्कनपुर की संगीता कुमारी, दानापुर के आरपीएस मोड़ की सुलेखा चौबे व दरभंगा के विकास कुमार ने थाने में लिखित शिकायत की थी. श्रीकृष्णापुरी थानाध्यक्ष एसके सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है. संस्थान के तमाम लोगों के नाम व पते की पुष्टि करने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
नीट में कम अंक लाने वालों को झांसा
जालसाजों ने वैसे छात्रों को झांसा दिया, जिन्हें नीट में कम अंक आये थे. उन लोगों ने ऐसे कई छात्रों व अभिभावकों को फोन कर एनआरआइ कोटे से नामांकन का ऑफर दिया व कार्यालय बुलाया. इसके बाद किसी से 17 लाख, तो किसी से 20 लाख रुपये चार-पांच किस्तों में लेने के बाद एडमिशन का लेटर भी थमा दिया.
एडमिशन लेने पहुंचे तो पता चला कि लेटर फर्जी है
छात्र जब यह लेटर लेकर कॉलेज पहुंचे तो उन्हें पता चला कि यह फर्जी है. शिकायत करने वाले श्याम बिहारी ने नतिनी के एडमिशन के लिए 18 लाख रुपये दिये थे. उसे भी कोटा के एक मेडिकल में एडमिशन का लेटर दे दिया था, पर वह फर्जी निकला.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan