बिहार में शुरू हुई सोलर फीडर योजना, नौ जिलों के 18 फीडर होंगे सोलरयुक्त संवाददाता, पटना किसानों के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. अब सिंचाई के लिए बिजली पर निर्भरता कम करते हुए सौर ऊर्जा से खेतों की पटवन की सुविधा दी जायेगी. बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली कंपनी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. आयोग के अध्यक्ष आमिर सुबहानी, सदस्य पी.एस. यादव और ए.के. सिन्हा की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया. आयोग ने प्रथम चरण में नौ जिलों के 18 फीडरों को सोलरीकृत करने की स्वीकृति दी है, जिससे 60.24 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा और एक लाख से अधिक सिंचाई पंप सौर ऊर्जा से चल सकेंगे. इस योजना से किसानों को न केवल सस्ती ऊर्जा मिलेगी, बल्कि डीजल पर निर्भरता भी घटेगी. दक्षिण और उत्तर बिहार में सोलर सिंचाई की योजना दक्षिण बिहार: 405 बिजली उपकेंद्रों के अधीन 1143 कृषि व मिश्रित फीडर सोलरीकृत होंगे. इससे 1,89,352 पम्प चलेंगे और 558 मेगावाट सौर बिजली का उत्पादन होगा. वहीं उत्तर बिहार में 557 उपकेंद्रों के 2045 फीडर सोलरीकृत होंगे. इससे 2,04,060 पम्प चलेंगे और 646 मेगावाट बिजली उत्पादित होगी. पहले चरण में सोलरीकृत होने वाले फीडरबिजली कंपनी आने वाले दिनों में अन्य जिलों के फीडरों को भी चरणवार सोलरीकृत करने का प्रस्ताव आयोग को भेजेगी. जिला – पॉवर स्टेशन – पंप संख्या गया – कोंच – 1151 गया – डोभी – 958 पूर्णिया – धरहड़ा – 1027 कैमूर – सोनहान – 1235 कैमूर – हाटा – 876 कैमूर – शिवरामपुर – 1003 किशनगंज – दीघलबैंक – 176 रोहतास – चेनारी – 851 रोहतास – तेलारी – 796 रोहतास – बंसा – 1232 रोहतास – करपाबा – 1412 रोहतास – शिवसागर – 502 रोहतास – मिर्जापुर – 1042 वैशाली – चेहारकलां – 950 जमुई – अलीगंज – 1686 जमुई – गिद्धौर – 1447 भागलपुर – भदेर – 1204 भागलपुर – गोराडीह – 1352
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