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पटना के अस्पतालों में कमजोर नेटवर्क से परेशानी, सीनियर से सलाह के लिए डॉक्टरों को आना पड़ता है 100 मीटर दूर

आइजीआइएमएस के ओपीडी में सबसे अधिक मोबाइल नेटवर्क की समस्या है. यहां रोजाना करीब 3000 हजार नये व पुराने मरीज इलाज कराने आते हैं. इसी तरह पीएमसीएच में भी 1800 के आसपास मरीजों की संख्या होती है.

आनंद तिवारी, पटना. पीएमसीएच के पुराने इमरजेंसी वार्ड में मोबाइल नेटवर्क नहीं आने की जो समस्या थी, वही समस्या नये सर्जिकल इमरजेंसी में भी आ रही है. यही हाल आइजीआइएमएस में भी देखने को मिल रहा है. इन दोनों अस्पतालों की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी में इलाज कराने आ रहे न सिर्फ मरीज और उनके परिजन, बल्कि डॉक्टर समेत अन्य स्टाफ को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वे मोबाइल में नेटवर्क नहीं होने के कारण बात भी नहीं कर पाते और इंटरनेट संबंधित कोई कार्य भी नहीं कर पाते. ऐसे में आपात स्थिति में सभी को हर दिन परेशानी झेलनी पड़ती है.

नेटवर्क बूस्टर्स लगाने की बनी थी योजना

खास बात तो यह है कि सालों पुरानी इस समस्या से निजात दिलाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने नयी और पुरानी बिल्डिंग के वार्डों में नेटवर्क बूस्टर्स लगाने की योजना बनायी थी. लेकिन अभी तक इस योजना पर काम नहीं हुआ. दोनों अस्पतालों में प्रतिदिन 5 हजार से अधिक लोगों का आना-जाना होता है. पीएमसीएच में कंपनी कर चुकी है निरीक्षण

कंपनी कर चुकी है निरीक्षण

जानकारों की मानें तो पीएमसीएच में नेटवर्क की समस्या को लेकर बूस्टर लगाने की योजना बनायी गयी थी. इसके तहत मोबाइल नेटवर्क कंपनी के प्रतिनिधियों को यहां का निरीक्षण भी कराया गया. नेटवर्क बूस्टर लगाने का जिम्मा किस कंपनी को दिया जायेगा और कब तक लगेगा यह तय नहीं हो पाया. इसके बाद यह योजना भी ठंडे बस्ते में चली गयी. नेटवर्क नहीं होने से डॉक्टर इंटरकॉम की मदद से अपना काम चलाते हैं.

सीनियर से सलाह के लिए डॉक्टरों को आना पड़ता है ओटी से बाहर

पीएमसीएच में इमरजेंसी वार्ड व राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक के ओटी में भी नेटवर्क काम नहीं करता है. गंभीर आपरेशन के दौरान भी डाक्टरों के लिए ओटी से बाहर आना भी मजबूरी है. क्योंकि किसी महिला के प्रसव के दौरान या ऑपरेशन के दौरान अगर डॉक्टर को किसी सीनियर डॉक्टर से फोन पर सलाह लेनी हो, तो उसे ओटी से बाहर आना पड़ता है. डॉक्टरों की मानें, तो नेटवर्क के लिए करीब 100 मीटर दूर आते हैं.

2 हजार से अधिक मरीज रोजाना आते हैं बाहर

नेटवर्क नहीं आने से वार्ड में भर्ती मरीज के परिजनों को अपने मिलने वालों से बात करने के लिए बाहर आना पड़ता है. इसी तरह आइजीआइएमएस के ओपीडी में सबसे अधिक मोबाइल नेटवर्क की समस्या है. यहां रोजाना करीब 3000 हजार नये व पुराने मरीज इलाज कराने आते हैं. इसी तरह पीएमसीएच में भी 1800 के आसपास मरीजों की संख्या होती है. एक अनुमान के मुताबिक दोनों अस्पताल मिलाकर दिनभर में दो हजार से अधिक लोग तो सिर्फ मोबाइल से बात करने के लिए बिल्डिंग से बाहर आते हैं.

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जल्द दूर होगी समस्या

पीएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक डॉ एके झा का कहना है कि इमरजेंसी व कुछ वार्डों में नेटवर्क की समस्या है. जिसे ठीक करने का प्रयास किया गया. अभी दिक्कत कहां आ रही इसके बारे में जानकारी ली जायेगी. हालांकि जो नयी बिल्डिंग बन रही है, उसमें नेटवर्क की समस्या बिल्कुल नहीं रहेगी. वहीं आइजीआइएमएस के उपनिदेशक डॉ मनीष मंडल का कहना है कि ओपीडी में मोबाइल नेटवर्क नहीं आने की समस्या का हल करने के लिए योजना बनायी गयी है. आने वाले दिनों में इस समस्या को भी ठीक कर लिया जायेगा.

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