Patna News: पटना में शुक्रवार को निगरानी विभाग ने बिहार राज्य आवास बोर्ड में अचानक छापेमारी की. इस दौरान डिप्टी रेवेन्यू ऑफिसर (DRO) रितेश कुमार वर्मा को 30 हजार रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया गया. छापेमारी की जानकारी विभाग के DSP निगरानी ने दी और बताया कि यह कार्रवाई भ्रष्टाचार पर कड़ी नजर रखने के उद्देश्य से की गई.
प्लॉट नामांतरण के लिए घूस की मांग
सूचना के अनुसार, छपरा के रहने वाले अरुण कुमार सिंह ने राज्य आवास बोर्ड की जमीन का नामांतरण कराने के लिए शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने बताया कि उनके पिता के नाम से छपरा में C16 प्लॉट लगभग 2 कट्ठा का है. इस प्लॉट का नामांतरण कराने के लिए डिप्टी रेवेन्यू ऑफिसर रितेश कुमार वर्मा ने कुल 3 लाख रुपए की घूस की मांग की थी.
पहली किश्त पर कार्रवाई
घूस की मांग की पहली किश्त 30,000 रुपए की थी, जिसे अरुण कुमार सिंह ने देने के लिए कार्यालय पहुंचे. जैसे ही वे राशि देने आए, निगरानी विभाग की टीम ने ड्रॉपिंग पॉइंट पर कार्रवाई करते हुए रितेश कुमार वर्मा को 30 हजार रुपए के साथ गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ
निगरानी विभाग ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी संतोषजनक जवाब नहीं दे सका. उसने अलग-अलग जवाब दिए, जिससे जांच और गहन हो गई. फिलहाल उसे गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है. विभाग का कहना है कि पूरी जांच के बाद ही बाकी किश्तों की मांग और अन्य शामिल व्यक्तियों के खिलाफ ठोस कदम उठाए जाएंगे.
भ्रष्टाचार पर कड़ी नजर
इस कार्रवाई से यह संदेश गया कि राज्य में भ्रष्टाचार पर निगरानी विभाग कड़ी नजर रखे हुए है और सरकारी जमीन व संपत्ति के नामांतरण में अनुचित व गैरकानूनी लेन-देन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ जल्द ही कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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