33.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

लेटेस्ट वीडियो

चैती छठ. संध्या अर्घ संपन्न, आज सुबह 05:55 बजे व्रती देंगे उदीयमान सूर्य को अर्घ

आस्था और सूर्य उपासना के पर्व चैती छठ के तीसरे दिन गुरुवार को व्रतियों ने शाम को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ दिया. पटना के कलेक्ट्रेट घाट, एनआइटी, दीघा घाट से लेकर काली घाट, पटना कॉलेज घाट, गाय घाट, भद्र घाट, लॉ कॉलेज घाट, महावीर घाट समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ नजर रही. 41 छठ घाटों व सात अस्थायी तालाबों और घर की छतों पर पानी में खड़े होकर व्रतियों ने अर्घ दिया और परिवार के मंगल, सुख-समृद्धि व पुत्र के दीर्घायु होने की कामना की. आज सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ के बाद पारण के साथ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूरा हो जायेगा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

दर्शन दिहि ना आपन हे दीनानाथ… – उगते सूर्य को अर्घ देने के साथ आज संपन्न हो जायेगा चैती छठ – गंगा घाटों पर व्रतियों की उमड़ी भीड़, पार्किंग होने के बाद भी लगा जाम ………………………….. लाइफ रिपोर्टर@पटना राजधानी में चैती छठ की भव्यता इस वर्ष और अधिक देखने को मिली, जब गुरुवार को गंगा घाटों पर हजारों श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को अर्घ अर्पित किया. संध्या अर्घ के इस पावन अवसर पर पूरे शहर में श्रद्धा और उल्लास का माहौल बना रहा. इस बीच छठव्रती पारंपरिक छठ गीत गाते हुए गंगा घाटों और तालाबों तक पहुंचे. बड़ी संख्या में व्रती अपने घर की छतों से भी भगवान सूर्य को सायंकालीन अर्घ देकर पूजा-अर्चना की. कई छठव्रती दंडवत करते हुए गंगा घाट और तलाब तक पहुंचे. प्रशासन ने सुबह की भीड़ को संभालने के लिए विशेष इंतजाम किये हैं. आज चैत्र शुक्ल सप्तमी को मृगशिरा नक्षत्र, शोभन योग व रवियोग के सुयोग मे प्रत्यक्ष देव भगवान भास्कर को अर्घ देकर चार दिवसीय महापर्व संपन्न हो जायेगा. व्रतियों का विगत 36 घंटे से चला आ रहा निर्जला उपवास भी आज पूर्ण होगा. एक-दूसरे को मंगल टिका लगाकर प्रसाद दिया जायेगा. ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा ने बताया कि व्रती आज उदीयमान सूर्य को दूध व जल से अर्घ देकर व्रत का समापन कर पारण करेंगी. उगते सूर्य को अर्घ्य देने से आयु-आरोग्यता, यश, संपदा में वृद्धि होती है. इस बार छठ महापर्व ग्रह गोचरों के शुभ संयोग में मनायी जा रही हैं ……………………… आज पूरा होगा छठ पूजा का अनुष्ठान आज सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ के बाद पारण के साथ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान पूरा हो जायेगा. पटना के दीघा के आधा दर्जन घाट सहित कलेक्ट्रेट, एनआइटी से लेकर लॉ कॉलेज घाट आदि जगहों पर काफी भीड़ दिखी. घाटों की बैरिकेडिंग, लाइटिंग से लेकर वाहनों की पार्किंग आदि तक की प्रशासन की ओर से बेहतर व्यवस्था की गयी थी. व्रतियों ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, संतान की कामना और घर-परिवार के सदस्यों के अच्छे स्वास्थ्य, सुख, खुशहाली की कामना करने वाली महिलाओं के लिए यह व्रत उत्तम माना गया है. ………………………. शारदा सिन्हा के छठ गीतों से गूंजते रहे घाट राजधानी में अर्घ देने के लिए बने तालाबों और गंगा घाटों पर शारदा सिन्हा के छठ गीत से गूंजते रहे. ‘केरवा जे फरेला घवद से, ओह पर सुगा मेड़राय…’, ‘आदित लिहीं मोर अरघिया…’, ‘दर्शन दिहि ना आपन हे दीनानाथ…’, ‘उगी हे सुरुज देव…’, हे छठी मईया तोहर महिमा अपार…’, ‘कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय…’ जैसे लोकप्रिय लोक गीत व्रती महिलाएं गाती रहीं और लाउड स्पीकर पर गूंजते रहे. गंगा घाटों तक जाने का सिलसिला दोपहर तीन बजे के बाद शुरू हो गया था. इस दौरान सभी छठ घाटों पर मेला लगा रहा. …………………… रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगाता रहा घाट चैती छठ को लेकर नगर निगम की ओर से घाटों को खूबसूरत ढंग से सजाया गया. दीघा पर्याप्त जगह होने के कारण जगह-जगह पंडाल होने से बाहर आने वाले व्रती वहां रात में रूक कर सुबह में अर्घ देने के बाद वापस घर जायेंगे. व्रतियों के साथ बैंड बाजा के साथ आने व छठ गीतों से घाट गुलजार रहा. …………………….. सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये थे. पुलिस बल, एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम गंगा घाटों पर मुस्तैद रही. नगर निगम द्वारा घाटों की सफाई और विशेष लाइटिंग की व्यवस्था की गई थी ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके. ……………………… दुल्हिनबाजार. ओलार्क सूर्य मंदिर में लाखों व्रतियों ने दिया अर्घ दुल्हिनबाजार. प्रखंड क्षेत्र के उलार गांव स्थित द्वापरकालीन व विश्व प्रसिद्ध ओलार्क सूर्य मंदिर में चार दिवसीय चैती छठ के तीसरे दिन गुरुवार को व्रतियों की भीड़ उमड़ पड़ी. जहां स्थित तालाब में लाखों छठ व्रतियों ने स्नान कर अस्तलगामी सूर्य को अर्घ दिया. वहीं मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित भास्कर की प्रतिमा की पूजा अर्चना की. पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल अंतर्गत दुल्हिनबाजार प्रखंड क्षेत्र के उलार गांव में द्वापरकालीन श्रीकृष्ण के जामवंती पुत्र राजा शाम्ब द्वारा स्थापित ओलार्क (उल्लार) सूर्य मंदिर स्थित है. इस दौरान जिला प्रशासन द्वारा मेले परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की इंतजाम किया गया. निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे की व्यवस्था की गयी. मंदिर के महंत श्री अवध बिहारी दासजी महाराज ने बताया कि यहां मन्नत मानने वालों की मन्नत अवश्य पूरी होती है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel