संवाददाता, पटना
सीबीएसइ ने 10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है. इसे वेबसाइट पर देख सकते हैं. परीक्षा 17 फरवरी 2026 से 10 मार्च 2026 तक आयोजित होगी. इस वर्ष 10वीं के विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र को मूल्यांकन की गुणवत्ता सुधारने के लिए अलग-अलग खंडों में विभाजित किया गया है. बोर्ड ने कहा है कि परीक्षा में विज्ञान के उत्तर तीन खंडों (जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान) और सामाजिक विज्ञान के उत्तर चार खंडों (इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र) में लिखना अनिवार्य है. हर प्रश्न का उत्तर सिर्फ उसके निर्धारित खंड में ही लिखना होगा. किसी अन्य खंड में उत्तर लिखने से मना किया गया है. बोर्ड ने विद्यालयों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि छात्र बोर्ड परीक्षा में कोई गलती न करें. इसके लिए स्कूल परीक्षा से पहले आवश्यक अभ्यास करायें. स्कूल इन निर्देशों को प्री-बोर्ड परीक्षाओं में भी शामिल कर सकते हैं ताकि छात्र नये नियम और खंडों के अनुसार सही तरीके से उत्तर लिखने के लिए तैयार हों.पुनर्मूल्यांकन में नहीं होगा सुधार
बोर्ड ने कहा है कि अगर उत्तर अलग खंडों में मिल जाते हैं, तो उनका मूल्यांकन नहीं होगा और अंक नहीं मिलेंगे. परीक्षा परिणाम आने के बाद सत्यापन या पुनर्मूल्यांकन के दौरान भी ऐसी गलतियों को स्वीकार नहीं किया जायेगा. विज्ञान के प्रश्न पत्र को तीन खंडों में बांटा गया है. इसमें खंड ”क” में जीव विज्ञान, खंड ”ख” में रसायन विज्ञान व खंड ”ग” में भौतिक विज्ञान के प्रश्न रहेंगे. वहीं, सामाजिक विज्ञान के प्रश्न पत्र को चार खंडों में बांटा गया है. खंड ”क” में इतिहास, खंड ”ख” में भूगोल, खंड ”ग” में राजनीति विज्ञान व खंड ”घ” में अर्थशास्त्र के प्रश्न पूछे जायेंगे. उत्तर सही खंड में ही लिखना होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

