संवाददाता, पटना
झारखंड के देवघर के रहने वाले अजय यादव ने पूर्वी बोरिंग केनाल रोड के डॉ उदयन नारायण एडवांस न्यूरो अस्पताल पर इलाज में लापरवाही के कारण बहन पूनम कुमारी की मौत का आरोप लगाया है. अजय यादव के बयान के आधार पर बुद्धा कॉलोनी थाने में तीन मार्च को केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. अजय यादव की बहन की मौत इलाज के क्रम में पटना एम्स में हो गयी. इसके बाद उन्होंने बोरिंग रोड के निजी अस्पताल पर लापरवाही करने व अधिक दवा देने के कारण मौत होने का आरोप लगाते हुए फुलवारीशरीफ थाना को आवेदन दिया. वहां से आवेदन को बुद्धा कॉलोनी थाना भेजा गया और प्राथमिकी दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. अजय यादव ने पुलिस को बताया है कि बहन पूनम का इलाज डॉ उदयन नारायण अस्पताल से चल रहा था. इसी दौरान 4 फरवरी को वह अपने घर में बेहोश हो गयी. इसके बाद उसे रूबन मेमोरियल अस्पताल पाटलिपुत्र में भर्ती कराया गया. लेकिन बाद में पता चला कि बहन को एजाथियोप्राइन टेबलेट लेने के कारण पैनसाइटोगेनिया बीमारी हो गयी है. इससे शरीर में खून काफी कम हो गया है. इसके बाद बहन को फिर से पटना एम्स में एडमिट कराया गया. लेकिन वहां भी जानकारी मिली कि एजाथियोप्राइन दवा के कारण बहन के शरीर में खून बनना बंद हो गया है. इसी बीच बहन की इलाज के दौरान मौत हो गयी. अपने आवेदन में अजय यादव ने बहन की मौत के लिए डॉ उदयन नारायण अस्पताल को जिम्मेदार बताया है. बुद्धा कॉलोनी पुलिस ने केस दर्ज किये जाने की पुष्टि की.अस्पताल ने आरोप को बताया बेबुनियाद
मृतक के परिजनों के द्वारा जो थाने में आरोप लगाया गया है, वह बेबुनियाद है. मरीज हमारे हॉस्पिटल में भर्ती नहीं थी. सिर्फ ओपीडी में उनका इलाज हो रहा था. फिर यहां से वह अन्य निजी अस्पताल में गयी और फिर पटना एम्स गयी थी. एफआइआर दर्ज क्यों करायी गयी और केस में कितनी सच्चाई है पोस्टमार्टम रिपोर्ट या अन्य जांच के बाद पता चलेगा. अमलेश कुमार, मैनेजर, डॉ उदयन नारायण एडवांस्ड न्यूरो हॉस्पिटल.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है