संवाददाता, पटना रोहतास जिला के दावथ और नासरीगंज सहित औरंगाबाद जिला के दाउदनगर में पेव्ड सोल्डर सहित दो लेन बाइपास बनाये जायेंगे. इन सभी बाइपास की कुल लंबाई करीब 5.54 किमी है और इनसे एनएच-120 को कनेक्टिविटी मिलेगी. इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने निर्माण एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. फिलहाल इन सभी बाइपास निर्माण के लिए जरूरी जमीन अधिग्रहण का समाधान नहीं हुआ है. इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है. इन सभी बाइपास के निर्माण का मकसद दावथ, नासरीगंज और दाउदनगर में लगने वाले जाम से आम लोगों को छुटकारा दिलाना और लोगों को बेहतर यातायात सुविधा उपलब्ध करवाना है. बाइपास बनने से गाड़ियों का आवागमन शहरों के बाहर से होगा. इसके साथ ही भोजपुर-डुमरांव-दाउदनगर एनएच-120 पर लोगों को आवागमन में सुविधा होगी. इन बाइपास का निर्माण 2027 में पूरा होने की समय-सीमा है.सूत्रों के अनुसार दावथ, नासरीगंज सहित दाउदनगर बाइपास निर्माण के लिए कई बार निर्माण एजेंसी का चयन हो चुका है, लेकिन जमीन अधिग्रहण पूरा नहीं होने की वजह से एजेंसियों ने एग्रीमेंट में शामिल होने से मना कर दिया. पिछली बार इन सभी बाइपास का निर्माण करीब 128.39 करोड़ रुपये की लागत से पूरा करने के लिए निर्माण एजेंसियों का चयन किया गया था. एनएच-333ए बनेगा बेहतर डीपीआर की प्रक्रिया शुरू राज्य के जमुई और बांका जिले में एनएच-333ए के बचे हिस्से का करीब 56 किमी लंबाई में इसी साल बेहतर बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. यह सड़क नारायणा-सोनाे-झाझा-सिमुलतला-कटोरिया का हिस्सा है. इस सड़क को बेहतर बनाने की मांग लंबे समय से हो रही थी. इसके निर्माण की प्रक्रिया केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने शुरू कर दी है. फिलहाल इसके डीपीआर को बनाने के लिए कंसल्टेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू हुई है.
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