संवाददाता, पटना
एक अप्रैल से स्कूलों में नये शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत हो गयी. नये सत्र से स्कूलों में चौथी, पांचवीं, सातवीं व आठवीं की नयी पुस्तकों से पढ़ाई होगी. हालांकि अभी कई कक्षाओं की पुस्तकें मार्केट में नहीं आयी हैं. इस पर एनसीइआरटी ने कहा है कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन (एनसीएफ-एसइ) के आधार पर इन्हें तैयार किया है. ये जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगी. नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पुस्तकों को तैयार किया गया है. चौथी व सातवीं की पुस्तकें अप्रैल के पहले सप्ताह तक और पांचवीं व आठवीं की किताबें जून तक उपलब्ध हो जायेंगी. नयी किताबों में कंटेंट को कम किया गया है. इस बात का ध्यान रखा गया है कि बच्चों में गहन समझ पैदा हो. पांचवीं व आठवीं की पुस्तकें बाजार में देरी से आने के कारण उसके गैप को पाटने के लिए स्कूलों को पहले ब्रिज कोर्स कराना होगा. एनसीइआरटी के अनुसार नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत इन पुस्तकों को तैयार किया गया है. यह छात्रों में गहन समझ पैदा करेगी. इसमें कंटेंट को कम करके गतिविधियों को बढ़ाया गया है, जिससे बच्चे को पढ़ते वक्त बोरियत महसूस न हो. एक ही चीज को नये-नये तरीके से बताने की कोशिश की है. पुस्तकों से बच्चे खेल-खेल में सीखते नजर आयेंगे. अधिकारी के अनुसार यदि किसी को पुस्तक उपलब्ध न हो तो वह अमेजन व फ्लिपकार्ट से भी पुस्तक को खरीद सकता है. एनसीइआरटी ने अमेजन के साथ एमओयू भी किया है. एनसीइआरटी के देशभर में 800 से अधिक पुस्तक विक्रेता हैं, जिनके माध्यम से पुस्तक ली जा सकती है. वहीं, नौवीं से 12वीं की पुस्तकें अगले शैक्षणिक सत्र में आयेंगी.छात्रों के लिए होगा ब्रिज कोर्स
एनसीइआरटी ने पुराने और नये पाठ्यक्रम को पाटने के लिए एक ब्रिज कोर्स भी तैयार किया है. इस बारे में सीबीएसइ की ओर से भी स्कूलों को जानकारी भेजी गयी है. पांचवीं व आठवीं के लिए यह ब्रिज कोर्स बनाया गया है. पांचवीं के लिए ब्रिज कोर्स 30 दिनों और आठवीं के लिए 45 दिनों का होगा. यह कोर्स नये सत्र से छात्रों को इसलिए करवाया जायेगा, जिससे पुराने करिकुलम के बाद नये की पढ़ाई करने में छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी न हो. एनसीइआरटी ने स्कूलों को सलाह दी है कि वह पांचवीं और आठवीं कक्षा में दाखिला लेने वाले छात्रों को खेल-कूद और गतिविधि आधारित शिक्षा में शामिल करने के लिए एक रणनीति तैयार करें.इस बार पुस्तकों की नहीं होगी कमी, ऑनलाइन कर सकते हैं डाउनलोड
एनसीइआरटी के अनुसार इस बात का ध्यान रखा गया है कि पुस्तकों की कमी की वजह से छात्रों को परेशानी न हो. पर्याप्त संख्या में पुस्तकें तैयार की जा रही हैं. इसी तरह से छात्र व अभिभावक एनसीइआरटी की वेबसाइट से पुस्तकों का पीडीएफ भी प्राप्त कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है