Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार सरकार में मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने RJD नेता तेजस्वी यादव के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उनके दबाव के कारण बिहार सरकार योजनाओं को लागू कर रही है. मंत्री केदार प्रसाद ने कहा कि उनके पास कोई योजना या विजन नहीं है. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जनता उनका पिंडदान करेगी.
केदार प्रसाद गुप्ता ने क्या कहा ?
बिहार सरकार में मंत्री केदार प्रसाद गुप्ता ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “बिहार विधानसभा चुनाव में जनता राजद का पिंडदान करेगी. उनके पास कोई योजना या विजन नहीं है. अगर उनके पास कोई विजन था, तो 2005 से पहले उनके माता-पिता सत्ता में रहे थे. उस दौरान उनके नेताओं ने कोई काम क्यों नहीं किया?”
राजद की 2010 से भी बुरी स्थिति होगी: केदार गुप्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास स्पष्ट विजन है. वे बिहार को आगे बढ़ाना चाहते हैं और बिहार में जो भी काम छूट गया था, उनको पूरा किया जा रहा है. 2010 में जिस तरह महागठबंधन की स्थिति हुई थी, उससे बुरी हालत इस चुनाव में होगी. उन्होंने कहा, “विपक्ष के लोग तो सिर्फ दिखावा करते हैं, वे मन में राम रखते हैं और बगल में छुरी लेकर चलते हैं. एक वर्ग को खुश करने के लिए सनातन को गाली देते हैं और जनता इसका जवाब वोट के जरिए देगी.”
गयाजी पहुंचे लालू यादव
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू यादव अपने परिवार के साथ मंगलवार को मोक्षस्थली के रूप में चर्चित गयाजी पहुंचे और पूरे विधि-विधान के साथ पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष की प्राप्ति के लिए पिंडदान किया.
तेजस्वी यादव ने क्या कहा ?
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पिताजी ने पिंडदान और तर्पण किया है. भगवान विष्णु से प्रार्थना है कि उनकी कृपा हम बिहार के लोगों पर हो. बिहार देश में अव्वल राज्य हो. बिहार में कारखाने लगें, लोगों को काम मिले. बिहार भ्रष्टाचारमुक्त हो, अपराधमुक्त हो, और हमारा बिहार आगे बढ़े, तरक्की करे.
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NDA पर साधा निशाना
इस दौरान उन्होंने एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे कार्यकर्ता ‘माई बहिन मान योजना’ का फॉर्म भर रहे हैं और सरकार के लोग धमका रहे हैं. हम लोग जो करते हैं, वह करके दिखाते हैं. आज ‘माई बहिन मान योजना’ के दबाव में सरकार को 10 हजार रुपए बांटना पड़ रहा है. कई और योजनाओं की घोषणा करनी पड़ी है.

