अनुपम कुमार, पटना: बिहटा एयरपोर्ट के लिए 173.5 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होगा. ये जमीन उसी 191.5 एकड़ भूमि की डिमांड में शामिल है, जो एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने रनवे को 4000 फुट बढ़ाने के लिए मांगी है. जिला प्रशासने ने उन जमीनों का सर्वे किया है जिसके अधिग्रहण की योजना पर विचार चल रहा है. 130 से अधिक पक्के-कच्चे मकान भी रनवे के एलायनमेंट में आ रहे हैं. 150 से अधिक घरों के पुनर्वास की जरूरत पड़ सकती है.
बिहटा एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के लिए जमीन चिन्हित
बिहटा एयरपोर्ट के रनवे विस्तार के लिए जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया चल रही है. रनवे विस्तार किस तरफ किया जाए, इसपर अभी सहमति नहीं बनी है लेकिन जिला प्रशासन ने वर्तमान रनवे के पूर्वी और पश्चिमी छोर पर जमीन अधिग्रहण का सर्वे करके इसकी पूरी योजना भी राज्य सरकार को दे दी है. हालांकि इसपर अभी विचार चल रहा है.
पूरब में शर्फुद्दीनपुर गांव की जमीन आएगी
कमेटी की मानें तो बिहटा एयरपोर्ट के रवने का पूरब में अगर विस्तार किया गया तो इस छोर पर ही शर्फुद्दीनपुर गांव है. जहां रनवे के एलायनमेंट में 119 पक्के मकान, 35 कच्चे मकान और एक धार्मिक संरचना भी आएगी. रवने बनाने के लिए यहां के 154 घरों के पुनर्वास की भी जरूरत होगी.
शर्फुद्दीनपुर गांव में जमीन अधिग्रहण के लिए 844.52 करोड़ रुपए होंगे खर्च
बताया कि एयरपोर्ट की चाहरदीवारी से सटे दो एकड़ जमीन में कब्रिस्तान है. जबकि 350 मीटर दूर ही आइओसीएल की गैस पाइप लाइन है. शर्फुद्दीनपुर गांव में रनवे विस्तार के लिए 844.52 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस खर्च में संरचना को शामिल नहीं किया गया है.
पश्चिम दिशा में कोरहर गांव की जमीन ली जाएगी
रनवे के विस्तार में पश्चिम दिशा की ओर 1158 मीटर लंबाई के एलायनमेंट में कोरहर गांव आ रहा है. जिसमें 143 पक्के मकान, 103 कच्चे मकान और सात छोटी धार्मिक संरचना टूटेगी. 246 घरों को पुनर्वास की आवश्यकता होगी. एयरपोर्ट ऑथोरिटी को भी फिजिबिलिटी टेस्ट के लिए योजना दे दी गयी है. फैसला होने के बाद रनवे के लिए 173.5 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. संरचना छोड़कर इसमें जमीन अधिग्रहण पर 1025.49 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.

