Bihar Politics: बिहार की सियासत में जिस “पलटीबाज़ी” के लिए कई नाम मशहूर हैं, उन्हीं में से एक वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने एक बार फिर अपने रुख को साफ करते हुए राजनीतिक गलियारों में जारी तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है. एनडीए में संभावित वापसी को लेकर उठ रही चर्चाओं के बीच सहनी ने दो टूक कहा- “भाजपा की नैया डावाडोल है, मैं वहां नहीं जाऊंगा.”
एनडीए में लौटने की संभावना से किया इनकार
पटना में आयोजित एक मिलन समारोह में बोलते हुए सहनी ने न सिर्फ एनडीए में लौटने की संभावना से इनकार किया, बल्कि यह भी ऐलान कर दिया कि वो महागठबंधन के साथ मजबूती से खड़े हैं. इस कार्यक्रम में पूर्व आईपीएस अधिकारी नुरुल होदा ने वीआईपी की सदस्यता ली, जिससे पार्टी को एक सियासी संबल भी मिला.
सहनी ने कहा कि महागठबंधन में 17 अप्रैल को होने वाली अहम बैठक में वह शामिल होंगे, जहां सीट शेयरिंग को लेकर निर्णय होगा. उन्होंने कहा, “मेरे विधायक तोड़ लिए गए, फिर भी मैं झुका नहीं. भाजपा की चाल अब सब समझ चुके हैं. अब मैं एनडीए में कभी नहीं जाऊंगा.”
2020 में एनडीए के साथ लड़े थे चुनाव
उन्होंने दावा किया कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में INDIA गठबंधन एकजुटता के साथ उतरेगा और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनेगी. बता दें कि, 2020 में सहनी एनडीए के साथ चुनाव लड़े थे, लेकिन बाद में सियासी मतभेदों के चलते उन्होंने नाता तोड़ लिया. अब एक बार फिर, उन्होंने सियासी पिच पर अपनी टीम चुन ली है और वो फिलहाल NDA नहीं, महागठबंधन है.
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