Bihar News: (मोनु कुमार मिश्रा, बिहटा) दानापुर–बिहटा एलिवेटेड रोड परियोजना के निर्माण कार्य को लेकर शिवाला चौक से कन्हौली बाजार तक करीब 13 किलोमीटर लंबे रूट पर यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है. स्थानीय लोगों, व्यापारियों और शैक्षणिक संस्थानों की समस्याओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले जारी पूर्ण प्रतिबंध के आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए राहत दी है.
क्या होगी गाड़ियों के परिचालन की टाइमिंग?
दानापुर की अनुमंडल पदाधिकारी दिव्या शक्ति की तरफ से मंगलवार को जारी नए आदेश के अनुसार, बिहटा–खगौल मुख्य मार्ग पर सुबह 7:30 बजे से शाम 7:30 बजे तक ही गाड़ियों का परिचालन होगा, जबकि शाम 7:30 बजे से सुबह 7:30 बजे तक इस मार्ग पर गाड़ियों का आवागमन पूरी तरह बंद रहेगा.
आगे भी हो सकता है समय में संशोधन
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शिवाला चौक से कन्हौली के बीच स्थित स्कूल–कॉलेजों को ध्यान में रखते हुए पहले से निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार सीमित समय के लिए गाड़ियों को अनुमति दी जा रही है. शैक्षणिक संस्थानों के समय में बदलाव होने पर यातायात समय में भी आवश्यक संशोधन किया जा सकता है.
रात में वैकल्पिक मार्ग से होगा आवागमन
रात के समय भोजपुर से पटना के बीच यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन ने कई वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किए हैं. इनमें आरा–बिहटा चौक–मनेर–दानापुर कैंट होते पटना, आरा–बिहटा चौक–मनेर–शेरपुर–छितनावां–उसरी बाजार–शिवाला–पटना, सहित अन्य रूट शामिल हैं. छोटी गाड़ियों के लिए अलग से वैकल्पिक मार्ग भी चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें मानचित्र के माध्यम से दर्शाया गया है.
व्यापार पर पड़ा असर, विरोध के बाद मिली राहत
सड़क बंद होने के फैसले से कन्हौली बाजार, शिवाला चौक और आस-पास के इलाकों में व्यापारिक गतिविधियां लगभग ठप हो गई थी. इस 13 किलोमीटर लंबे रूट पर 6 से 7 पेट्रोल पंप, फैक्ट्रियां और सैकड़ों छोटी-बड़ी दुकानें स्थित हैं, जिनका व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ. सैकड़ों परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया था.
इसी को लेकर दुकानदारों, व्यापारियों और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला. व्यापारियों ने बिहार सरकार के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव, पटना के जिलाधिकारी और संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखी. इसके बाद कन्हौली बाजार में बैठक कर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई थी.
प्रशासन ने की सहयोग की अपील
लगातार विरोध और जन दबाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने आंशिक राहत का निर्णय लिया. प्रशासन का कहना है कि इस व्यवस्था से दिन के समय व्यापार और आम जनजीवन को राहत मिलेगी, जबकि रात में निर्माण कार्य निर्बाध रूप से जारी रह सकेगा. प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और यातायात व्यवस्था में सहयोग दें.
क्या कहना है लोगों का?
साथ ही यह भी कहा गया है कि विशेष परिस्थितियों में यातायात व्यवस्था में आंशिक बदलाव किया जा सकता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि विकास जरूरी है, लेकिन विकास कार्यों के दौरान आम जनता और व्यापारियों को न्यूनतम परेशानी हो, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
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