Bihar News: राजधानी पटना और उसके आसपास के इलाकों में यातायात की तस्वीर जल्द ही बदलने वाली है. पथ निर्माण विभाग ने शहर और आसपास के कस्बों को जोड़ने वाली कई अहम सड़क और पुल परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने का रोडमैप तैयार किया है.
पथ निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने बीएसआरडीसीएल और बीआरपीएनएनएल की परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए साफ कहा कि अब किसी भी स्तर पर देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. गुणवत्ता और समयबद्धता सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
दीघा से कोईलवर तक बढ़ेगा जेपी गंगा पथ
बैठक में सबसे अहम परियोजना जेपी गंगा पथ के विस्तार को बताया गया. यह पथ अब दीघा से आगे बढ़कर कोईलवर तक जाएगा. लगभग 35.65 किलोमीटर लंबे इस फोरलेन प्रोजेक्ट पर 6,495 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी. दीघा, शेरपुर और बिहटा होते हुए यह सड़क कोईलवर के नए पुल तक पहुंचेगी.
इसके पूरा होने से पटना से आरा और दक्षिण बिहार की दूरी न सिर्फ कम होगी, बल्कि शहर के भीतर ट्रैफिक का दबाव भी काफी घटेगा.
गंगा पर नए पुल, कनेक्टिविटी को नई उड़ान
गंगा नदी पर बन रहे बख्तियारपुर से ताजपुर पुल की प्रगति की भी गहन समीक्षा हुई. इस पुल के चालू होने से पटना और उत्तर बिहार के बीच आवागमन कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा. इसके साथ ही करीब 19.76 किलोमीटर लंबे छह लेन गंगा ब्रिज के निर्माण कार्य की स्थिति पर भी अधिकारियों से जानकारी ली गई.
इस मेगा प्रोजेक्ट पर लगभग 4,998 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जो राजधानी की कनेक्टिविटी को नई दिशा देगा.
शहर के भीतर सड़क नेटवर्क होगा मजबूत
पटना शहर के अंदर भी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं आकार ले रही हैं. पटना साहिब स्टेशन से पटना घाट तक 1.55 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण से पुराने शहर को बड़ी राहत मिलेगी. मीठापुर-सिपारा और महुली-पुनपुन सड़क परियोजना पर भी काम तेज़ी से चल रहा है.
वहीं दीदारगंज से फतुहा, बख्तियारपुर और करजान तक राज्य पथ को चार लेन में चौड़ा किया जा रहा है, जिससे पटना-बख्तियारपुर कॉरिडोर को नई रफ्तार मिलेगी.
अटल पथ और नेहरू पथ को मिलेगी नई कनेक्टिविटी
नेहरू पथ को दोनों ओर से पाटली पथ से जोड़ने और पटेल गोलंबर से इको पार्क होते हुए अटल पथ तक चार लेन सड़क निर्माण की समीक्षा भी की गई. सर्पेन्टाइन नाले पर भूमिगत नाला बनाकर सड़क तैयार करने की योजना से जलजमाव और ट्रैफिक दोनों समस्याओं पर एक साथ काम किया जा रहा है.
समय पर काम नहीं हुआ तो होगी कार्रवाई
पथ निर्माण विभाग के सचिव ने साफ कहा कि भूमि अधिग्रहण या तकनीकी अड़चनों को तुरंत दूर किया जाए. सभी एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि परियोजनाएं तय समय सीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरी हों. राजधानी की सड़कों पर बदलाव अब सिर्फ योजना नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत बनने की ओर है.

