Bihar News: पटना के शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालयों में अध्ययनरत भावी शिक्षकों की शिक्षण दक्षता का उनकी भावनात्मक बुद्धिमता और आत्म स्वीकृति के साथ संबंध पर डॉ. मनीषा ने अपना शोध कार्य पूरा किया है, जिसके लिए उन्हें यह पीएचडी की उपाधि मिली. यह शोध कार्य डॉ. मनीषा ने प्रोफेसर डॉ. पीके ढल, जो कि मगध यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष हैं, उनके मार्गदर्शन में पूरा किया है.
मां-पिता को मनीषा ने इस सफलता का दिया श्रेय
डॉ. मनीषा ने अपने पीएचडी की सफलता का श्रेय अपने पिता यतीन्द्र नाथ द्विवेदी और माता सविता द्विवेदी को दिया है. इसके साथ ही इनके भाई नीशांत निकुंज एवं बहन नेहा के साथ-साथ डॉ. मनीषा अपने पति डॉ श्रीपति त्रिपाठी को भी इस सफलता का श्रेय दिया, क्योंकि शादी के बाद मनीषा के पति ने उनका इस सफर में भरपूर साथ दिया. डॉ मनीषा के पति समाजसेवा और ज्योतिष के क्षेत्र में भविष्यवाणी करने वाले के रूप प्रसिद्ध हैं, जिनकी सैकड़ों भविष्यवाणियों सत्य साबित हुई है.
परिजनों और शिक्षकों ने दी बधाई
डॉ. मनीषा को पीएडी की उपाधि मिलने पर उनके परिजनों ने उन्हें मिठाई खिलाकर बधाई दी और उनका उत्साह बढ़ाया. इसके अलावा मनीषा के शिक्षक भी उनके पीएचडी की उपलब्धि हासिल करने पर उन्हें बधाई दी .
डॉ. मनीषा के पति ने इस सफलता को नारी सशक्तिकरण का उदाहरण बताया
डॉ. मनीषा के पीएचडी की उपाधि हासिल करने पर उनके पति डॉ. श्रीपति त्रिपाठी ने इसे केवल एक शैक्षणिक उपलब्धि नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण का जीता जागता उदाहरण माना. उन्होंने इसे मनीषा के कठोर परिश्रम का परिणाम बताया. उन्होंने कहा कि मनीषा का यह शैक्षिक उत्थान न केवल हमारे परिवार को गौरव प्रदान करता है, बल्कि समाज की प्रत्येक बेटी और बहू के लिए प्रेरणास्त्रोत भी है.

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