Bihar News: पटना. चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची का अंतिम प्रारूप जारी कर दिया गया है. नयी सूची के अनुसार बिहार में अब कुल सात करोड़ 41 लाख 92 हजार 357 मतदाता है. चुनाव आयोग की इस सूची पर बिहार में सियासत जारी है. सूची जारी होने के बाद बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि हक की लड़ाई अभी जारी है. हम इस सूची से संतुष्ट नहीं है. उन्हों से चुनाव आयोग की तरफ से जारी सूची पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि हटाए गए नाम जोड़े गए नाम से बहुत ज्यादा हैं.
इरादतन काटे गए मतदाताओं के नाम
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने कहा कि कई पात्र मतदाताओं के नाम इरादतन काटे गए हैं. जारी सूची में विपक्षी दलों के समर्थकों के नाम हटाये गये हैं. खासकर कांग्रेस कार्यकर्ता के नाम हटाए गए हैं. हम जोड़े गए नामों का गहन जांच करेंगे. उन्होंने कहा कि एसआईआर एक छलावा है. इसे इतनी लापरवाही और अपारदर्शिता के साथ किया गया है कि एक से अधिक बार न्यायालय को दखल देना पड़ा. चुनाव आयोग अपने नियम में कई बदलाव किये. आज भी इसकी निष्पक्षता और पारदर्शिता सवालों के घेरे में है
बिहार में कम हो गये मतदाता
24 जून को एसआईआर के समय से लेकर अंतिम मतदाता सूची तक कुल 69 लाख 30 हजार 817 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए. इसमें एसआइआर और दावा-आपत्ति के आंकड़े भी शामिल हैं. एसआईआर के बाद जारी अंतिम मतदाता सूची में कुल 21 लाख 53 हजार 343 नए मतदाताओं के नाम सूची में सम्मिलित किए गए हैं. एसआइआर आरंभ होने के पहले मतदाता सूची में कुल सात करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 मतदाताओं के नाम सम्मिलित थे, जबकि अब अंतिम मतदाता सूची में सात करोड़ 41 लाख 92 हजार 357 योग्य मतदाताओं के नाम शामिल हैं.

